चन्द्रग्रहण उस खगोलीय घटना को कहते हैं जब चंद्रमा पृथ्वी से ठीक पीछे उसकी प्रच्छाया में चला जाता है। इस दौरान सूर्य, पृथ्वी और चन्द्रमा एक ही क्रम में लगभग सीधी रेखा में आ जाते हैं। विज्ञान के इतर हिन्दू धर्म में ज्योतिष शास्त्र की चन्द्रग्रहण की अपनी एक परिभाषा है जिसके अनुसार चंद्रमा के आगे राहु-केतु नाम की खगोलीय बिंदु बन जाती है। राहु-केतु ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक छाया ग्रह हैं। इनके प्रभाव से व्यक्ति विशेष पर बुरा असर पड़ता है इसलिए शास्त्रों में ग्रहण से बचने के लिए विभिन्न उपाय दर्ज हैं। Read More
Chandra Grahan 2020: यह उपच्छाया चंद्रग्रहण है। इसलिए इस ग्रहण के दौरान सूतक नहीं लगेगा। हालांकि, फिर भी ग्रहण के दौरन कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। ...
साल 2020 का सबसे पहला चंद्रग्रहण 10 जनवरी को लगने वाला है, जो रात 10 बजकर 37 मिनट से शुरू होकर रात के 2 बजकर 45 मिनट पर जाकर खत्म होगा. यानि कि चंद्रग्रहण करीब 4 घंटे से अधिक देर तक रहेगा. इस चंद्रग्रहण को भारत के अलावा अफ्रिका, यूरोप, एशिया और आस्ट् ...
Lunar Eclipse: उपच्छाया चंद्र ग्रहण उस समय लगता है, जब पृथ्वी की परिक्रमा कर रहा चंद्रमा, 'पेनुम्ब्रा' (धरती की परछाई का हल्का भाग) से होकर गुजरता है. ...
इस ग्रहण को भारत समेत यूरोप, अफ्रीका, एशिया और ऑस्ट्रेलिया में देखा जा सकेगा। इस ग्रहण के दौरान ही पंचाग के अनुसार हिंदी माह माघ की भी शुरुआत होगी। ...
भारत में चंद्र ग्रहण 10 जनवरी की रात 10.32 बजे से लेकर 11 जनवरी रात 2.42 बजे तक रहेगा। इस समय देश के कुछ शहरों में देखा जा सकेगा जिनमें दिल्ली और कोलकाता भी शामिल है। अगर आप अपने स्मार्टफोन से चंद्र ग्रहण को कैमरे में कैद करना चाहते हैं तो हम आपको कु ...
10 जनवरी 2020 यानि शुक्रवार को इस साल का पहला चंद्र ग्रहण लगेगा। ये रात 10 बजकर37 मिनट से शुरू होकर 2 बजकर 42 मिनट तक चलेगा। हालांकि ये उपछाया ग्रहण है और पूर्णिमा को पड़ने वाले इस मांघ चंद्र ग्रहण को चंद्र ग्रहण नहीं कहा जा सकता। इस वजह से ग्रहण का ...
ऐसा माना जाता है कि हर ग्रहण का व्यक्ति के जीवन और स्वास्थ्य पर अच्छा या बुरा प्रभाव जरूर पड़ता है। मान्यता है कि चंद्र ग्रहण के दौरा प्रदूषित किरणें स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव डालती है ...