चन्द्रग्रहण उस खगोलीय घटना को कहते हैं जब चंद्रमा पृथ्वी से ठीक पीछे उसकी प्रच्छाया में चला जाता है। इस दौरान सूर्य, पृथ्वी और चन्द्रमा एक ही क्रम में लगभग सीधी रेखा में आ जाते हैं। विज्ञान के इतर हिन्दू धर्म में ज्योतिष शास्त्र की चन्द्रग्रहण की अपनी एक परिभाषा है जिसके अनुसार चंद्रमा के आगे राहु-केतु नाम की खगोलीय बिंदु बन जाती है। राहु-केतु ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक छाया ग्रह हैं। इनके प्रभाव से व्यक्ति विशेष पर बुरा असर पड़ता है इसलिए शास्त्रों में ग्रहण से बचने के लिए विभिन्न उपाय दर्ज हैं। Read More
ज्योतिष गणना के अनुसार, चंद्र ग्रहण हमेशा पूर्णिमा तिथि को लगता है और इस बार फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि पर इस साल का पहला चंद्र ग्रहण लगेगा। चंद्र ग्रहण 25 मार्च 2024 दिन सोमवार को लगेगा। ...
भोजन का समय निश्चित होना चाहिए। सूर्योदय, सूर्यास्त, दोपहर 12 बजे और आधी रात को भोजन न करें। इसके अलावा, जब भी संभव हो, दोपहर का भोजन 12 बजे से पहले और रात का खाना रात 9 बजे से पहले कर लें। ...
हाल ही में भारतीय मौसम विभाग ने चंद्र ग्रहण का समय 1 घंटा 19 मिनट तक का बताया इसलिए यह जानना जरुरी है कि यह किस राशि पर और किस तरह का प्रभाव डाल सकता है। ...
ग्रहण की अवधि 1 घंटा 19 मिनट तक रहेगी जिसका मैग्नीट्यूड 0.126 का होगा। भारत में दिखाई देने वाला अब अगला चंद्र ग्रहण 07 सितंबर 2025 को दिखेगा, यह पूर्ण चंद्र ग्रहण के रूप में दिखेगा। ...
Chandra Grahan 2023: मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि ग्रहण का समय रात्रि 01:04 बजे है जिससे नौ घंटे पहले सूतककाल प्रारंभ होने के चलते दोनों मंदिरों सहित अन्य मंदिरों को सायं चार बजे बंद कर दिया जाएगा। ...
Chandra Grahan 2023: 28 अक्टूबर की रात को आंशिक चंद्रग्रहण लगने जा रहा है, जिसे भारत के साथ ही पूरे एशिया, यूरोप, अफ्रीका और रूस के लोग देख सकते हैं। ...
शरद पूर्णिमा जिसे अश्विन पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है, हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। इस वर्ष, यह 28 अक्टूबर को पड़ रहा है और चंद्र ग्रहण के साथ मेल खाता है। इस दौरान मंत्रों का जाप करने, भोग लगाने, ब्रह्मचर्य बनाए रखने और गंगा नदी में ...