लद्दाख एक ऊंचा पठार है जिसका अधिकतर हिस्सा 3,500 मीटर (9,800 फीट) से ऊंचा है। यह हिमालय और कराकोरम पर्वत श्रृंखला और सिन्धु नदी की ऊपरी घाटी में फैला है। करीब 33,554 वर्गमील में फैले लद्दाख में बसने लायक जगह बेहद कम है। यहां हर ओर ऊंचे-ऊंचे विशालकाय पथरीले पहाड़ और मैदान हैं। यहां के सभी धर्मों के लोगों की जनसंख्या मिलाकर 2,36,539 है। लद्दाख के पूर्वी हिस्से में लेह के आसपास रहने वाले निवासी मुख्यतः तिब्बती, बौद्ध और भारतीय हिन्दू हैं, लेकिन पश्चिम में करगिल के आसपास जनसंख्या मुख्यतः भारतीय शिया मुस्लिमों की है। तिब्बत पर कब्जे के दौरान बहुत से तिब्बती यहां आकर बस गए थे। लद्दाख को चीन, तिब्बत का हिस्सा मानता है। सिन्धु नदी लद्दाख से निकलकर ही पाकिस्तान के कराची तक बहती है। प्राचीनकाल में लद्दाख कई अहम व्यापारिक रास्तों का प्रमुख केंद्र था। Read More
एलएसी पर तनातनी में फिलहाल कोई गर्मागर्मी नहीं है पर सोशल मीडिया पर यह जरूर बढ़ती जा रही है। साथ में छपी दो तस्वीरों से यह स्पष्ट हो जाता है कि लद्दाख का तनाव अब कहां कहां असर डालने लगा है। ...
भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर लंबे समय से जारी गतिरोध के बीच शनिवार (8 अगस्त) को के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने विस्तार से बातचीत की। ...
राहुल गांधी ने गुरुवार (6 अगस्त) को पीएम मोदी पर तंज करते हुए कहा, चीन का सामना करना तो दूर की बात, भारत के प्रधानमंत्री में उनका नाम तक लेने का साहस नहीं है। इस बात से इनकार करना कि चीन हमारी मातृभूमि पर है और वेबसाइट से दस्तावेज़ हटाने से तथ्य नहीं ...
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रक्षा मंत्रालय के उस दस्तावेज के हवाले से मोदी सरकार पर सवाल उठाए है कि प्रधानमंत्री आखिर झूठ क्यों बोल रहे हैं। हालांकि इसके कुछ देर बाद ही रक्षा मंत्रालय ने उस दस्तावेज को वेबसाइट से हटा लिया गया है। ...
गतिरोध का चिंताजनक पहलू यह है कि दोनों ही देशों की सेनाएं लद्दाख के कई सेक्टरों में टकराव की स्थिति में आमने-सामने हैं। सूत्रों के अनुसार, भारत और चीन के बीच लेफ्टिनेंट जनरल रैंक के अधिकारियों के बीच 5 वें दौर की बातचीत का बेनतीजा रहा है। ...