केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा वित्त समिति (आईएमएफसी) के पूर्ण सत्र में कहा कि वैश्विक प्रतिकूलताओं के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था सही दिशा में बनी रहेगी। ...
रिपोर्ट से यह भी मालूम होता है कि मानव विकास सूचकांक में जहां बांग्लादेश व चीन जैसे देश भारत से बेहतर स्थिति में हैं, वहीं मलेशिया और थाईलैंड जैसे एशियाई पड़ोसी देश भी आगे दिखाई दे रहे हैं। ...
मूडीज इन्वेस्टर सर्विस को वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए किसी भी बढ़ती चुनौतियों की उम्मीद नहीं है, जिसमें रूस-यूक्रेन सैन्य संघर्ष का प्रभाव, उच्च मुद्रास्फीति और नीति के कड़े होने की वजह से सख्त वित्तीय स्थिति, 2022 और 2023 में महामारी से भारत की चल र ...
नई दिल्ली: भारत दुनिया में सबसे तेज आर्थिक वृद्धि हासिल करने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था बना हुआ है। चालू वित्त वर्ष की पहली पहली तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 13.5 प्रतिशत रही जो पिछले एक साल में सबसे अधिक है। हालांकि, विशेषज्ञों के अनुसार ब्याज की बढ़ती ल ...
आर्थिक विशेषज्ञों का कहना है कि राज्यों द्वारा दिये जाने वाले मुफ्त उपहारों की व्याख्या होनी चाहिए और यह कल्याण के लिए होने वाले खर्च से किस तरह भिन्न है, राजनीतिक दलों को यह बताना जरूरी होना चाहिए। ...
कहा गया कि देश के विकास का एकमात्र यही सही रास्ता है, और निजी क्षेत्र अथवा निजी उद्यमिता के माध्यम से यह इसलिए नहीं हो सकता क्योंकि निजी क्षेत्र के पास न तो संसाधन हैं, न ही जोखिम लेने की क्षमता और इच्छाशक्ति और न ही दीर्घकालीन दृष्टि। ...
भारत कम्पनियों द्वारा बनाए गए उत्पादों को 'स्वदेशी' उत्पाद कहते हैं। आजादी से पहले स्वदेशी आन्दोलन की मूल प्रेरणा विदेशी शासन का विरोध करना था। क्या आजादी के बाद भी स्वदेशी का वही अर्थ रह गया है? क्या आजादी के बाद भी स्वदेशी को बढ़ावा देने का जिम्मा ...
मॉर्गन स्टेनली ने कहा, "अर्थव्यवस्था एक दशक से अधिक समय में अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए तैयार है क्योंकि मांग में कमी को पूरा किया जा रहा है।" ...