आर माधवन ने कहा, ‘‘ सशस्त्र बलों की खास एवं विशिष्ट जरूरतों को पूरा करने के लिए विशेष डिजाइन के तहत विकसित यह दुनिया का सबसे हल्का लड़ाकू हेलीकॉप्टर (एलसीएच) है जो ‘आत्मनिर्भर भारत’ में एचएएल की अहम भूमिका को परिलिक्षत करता है।’’ ...
एयर मार्शल बी सुरेश यह जिम्मेदारी संभाल रहे थे। उनके सेवानिवृत्त होने के बाद एयर मार्शल चौधरी ने यह प्रभार संभाला है। राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र एयर मार्शल चौधरी को 29 दिसंबर 1982 में वायुसेना में फाइटर पायलट के रूप में शामिल किया गया था। ...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राफेल विमानों का भारत में स्वागत किया। अंबाला एयरबेस पर राफेल लड़ाकू विमान को वाटर सैल्यूट दिया गया। आज 5 राफेल विमान अंबाला एयरबेस पहुंचे हैं। ...
राफेल लाने वाले इंडियन एयरफोर्स के जाबांज पायलटों की टीम का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी ग्रुप कैप्टन हरकीरत सिंह को मिली। उनकी टीम में दक्षिण कश्मीर से एयर कमोडोर हिलाल अहमद राथर, यूपी के बलिया से कोमोडोर मनीष सिंह, राजस्थान के जालोर से विंग कमांडर अभ ...
भारतीय वायुसेना की ताकत को कई गुना बढ़ाने वाले राफेल लड़ाकू विमानों की पहली खेप ने भारतीय वायुसीमा में प्रवेश कर लिया है और पांचों राफेल विमान अंबाला एयरबेस पहुंच चुके हैं। यहां इन्हें रिसीव करने के लिए खुद वायुसेना अध्यक्ष एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौर ...