15 अगस्त 1947, वह दिन था जब भारत को ब्रिटिश राज से आज़ादी मिली और इस प्रकार एक नए युग की शुरुआत हुई जब भारत के मुक्त राष्ट्र के रूप में उठा। स्वतंत्रता दिवस के दिन दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र, भारत के जन्म का आयोजन किया जाता है और भारतीय इतिहास में इस दिन का अत्यंत महत्व है। यह दिन हमारी आज़ादी का जश्न मनाने और उस सभी शहीदों को श्रद्धांजलि देने का अवसर होता है जिन्होंने इस महान कारण के लिए अपने जीवन का बलिदान कर दिया। Read More
चांदी की कलमकारी वाली यह कांस्य मूर्ति 1961 में नालंदा में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण संस्थान के एक संग्रहालय से चुरायी गयी 14 मूर्तियों में एक है । ...
श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में अपने संबोधन में वोहरा ने यह घोषणा भी की कि आगामी सितंबर और दिसंबर महीने के बीच पंचायत चुनाव और शहरी स्थानीय निकायों के चुनाव कराए जाएंगे, जिसमें पहले ही काफी देरी हो चुकी है। ...
न्यायमूर्ति मिश्रा ने कहा, ‘‘कुछ तत्व ऐसे भी हो सकते हैं जो संस्थान को कमजोर करने का प्रयास करें। लेकिन हमें एक साथ मिलकर इसके आगे झुकने से इनकार करना होगा।’’ ...
शाम में आयोजित होने वाले बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी देखने के लिए भारतयी क्रिकेटर सुरेश रैना और गायक कैलाश खेर के अलावा कई हस्तियां मौजूद है। बता दें कि इससे पहले वाघा बार्डर भारत और पाकिस्तान के जवानों ने एक-दूसरे को मिठाईयां भेट की। ...
मायावती ने आज जारी एक बयान में कहा कि 'उन्हें ऐसा राजनीतिक भाषण संसद में देना चाहिये था ताकि वहाँ सरकार की जवाबदेही तय हो सके तथा उनकी सरकार के अनेकों प्रकार के दावों की सत्यता को कसौटी पर परखा जा सके। ...
जब राष्ट्रगान खत्म होने वाला था तभी वह बेहोश होकर गिर पड़ी। घटना के बाद हममें से कुछ छात्र और वहां मौजूद कर्मचारी उसे स्ट्रेचर पर लिटाकर एंबुलेंस तक ले गये। ...
बीजिंग में भारतीय समुदायों के लोगों ने बड़ी संख्या में स्वतंत्रता दिवस समारोहों में भाग लिया। चीन में भारत के राजदूत गौतम बम्बावाले ने तिरंगा फहराया और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के राष्ट्र के नाम संबोधन को पढ़कर सुनाया। ...