अटारी-वाघा बॉर्डर पर मना आजादी का जश्न, वंदे मातरम् के नारों से गूंज उठी सरहद
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: August 15, 2018 06:45 PM2018-08-15T18:45:23+5:302018-08-15T18:45:23+5:30
शाम में आयोजित होने वाले बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी देखने के लिए भारतयी क्रिकेटर सुरेश रैना और गायक कैलाश खेर के अलावा कई हस्तियां मौजूद है। बता दें कि इससे पहले वाघा बार्डर भारत और पाकिस्तान के जवानों ने एक-दूसरे को मिठाईयां भेट की।
अमृतसर, 15 अगस्त: देशभर में 72वें स्वतंत्रता दिवस की धूम है। इस मौके पर अमृतसर के अटारा-वाघा बार्डर पर आजादी का जश्न का महौल देखा जा सकता है। अटारी बॉर्डर पर भारतीय संस्कृति कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अटारी-वाघा बॉर्डर पर जवानों द्वारा परेड और झाकियां निकल रही है। इसके अलावा शाम में आयोजित होने वाले बीटिंग रीट्रीट को देखने के लिए लोगों का जमावड़ा लगा हुआ है। इस मौके पर भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना और गायक कैलाश खेर के अलावा कई हस्तियों ने हिस्सा लिया।
Punjab: Beating the retreat ceremony is underway at Attari-Wagah border. #IndependenceDayIndiapic.twitter.com/M2d2Btwhjv
— ANI (@ANI) August 15, 2018
बता दें कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने आज अटारी-वाघा सीमा पर पाकिस्तानी रेंजरों को परंपरागत भारतीय मिठाइयां सौंपी गई। बीएसएफ और पाकिस्तानी रेंजर्स के अधिकारी और जवानों ने एक दूसरे से हाथ मिलाया और कुछ मिनट तक बातें भी कीं।
Punjab: Cricketer Suresh Raina and singer Kailash Kher also attend the Beating Retreat ceremony, which will begin shortly at Attari-Wagah border. #IndependenceDayIndiapic.twitter.com/lBwbuHTy8H
— ANI (@ANI) August 15, 2018
पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कल पाकिस्तानी रेंजर्स ने भी भारतीय जवानों को परंपरागत मिठाई भेंट की थी। इस साल 26 जनवरी को दोनों देशों में तनाव को देखते हुए बीएसएफ ने पाकिस्तान के साथ मिठाइयों का आदान-प्रदान करने से इनकार कर दिया था।
Punjab: India and Pakistan border guards exchange sweets and greetings at Attari-Wagah border #IndependenceDayIndiapic.twitter.com/cAyoLYxGPI
— ANI (@ANI) August 15, 2018
क्या होता है बीटिंग रिट्रीट
बता दें कि बीटिंग द रिट्रीट भारत के गणतंत्र दिवस समारोह और की समाप्ति का सूचक है। इस कार्यक्रम में थल सेना, वायु सेना और नौसेना के बैंड पारंपरिक धुन के साथ मार्च करते हैं। लेकिन बाघा बॉर्डर पर हर शाम को आपको बीटिंग रिट्रीट का नजारा देखा जाता है। इस मौके पर दोनों देश के ध्वज झुकाए जाते हैं। बता दें कि गणतंत्र दिवस के पश्चात हर वर्ष 29 जनवरी को बीटिंग द रिट्रीट कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। बीटिंग रिट्रीट ब्रिटेन की बहुत पुरानी परंपरा है।इसे नाम 'वॉच सेटिंग' है और यह सूर्य डूबने के समय मनाया जाता है। भारत में बीटिंग द रिट्रीट सेरेमनी की शुरुआत सन 1950 से हुई।