15 अगस्त 1947, वह दिन था जब भारत को ब्रिटिश राज से आज़ादी मिली और इस प्रकार एक नए युग की शुरुआत हुई जब भारत के मुक्त राष्ट्र के रूप में उठा। स्वतंत्रता दिवस के दिन दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र, भारत के जन्म का आयोजन किया जाता है और भारतीय इतिहास में इस दिन का अत्यंत महत्व है। यह दिन हमारी आज़ादी का जश्न मनाने और उस सभी शहीदों को श्रद्धांजलि देने का अवसर होता है जिन्होंने इस महान कारण के लिए अपने जीवन का बलिदान कर दिया। Read More
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को स्वतंत्रता दिवस पर देश के नागरिकों से भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के रास्ते पर आगे बढ़ाने का प्रण लेने को कहा। ...
पीएम मोदी ने उपलब्धियां गिनाईं, विपक्ष पर हमला किया, 2024 में बीजेपी की सत्ता में वापसी का दावा किया। भ्रष्टाचार और तुष्टीकरण के खिलाफ लड़ाई का आग्रह किया। ...
अंग्रेजों के दमन चक्र के बावजूद अगर स्वतंत्रता संग्राम की लौ धीमी नहीं पड़ी तो उसका सबसे बड़ा कारण अनुशासन था। यह एक ऐसा युद्ध था जिसमें किसी हथियार का उपयोग नहीं किया गया और देशवासियों ने एकजुटता एवं अनुशासन की अभूतपूर्व मिसाल विश्व के सामने पेश की। ...
जहां 76 वर्ष पहले आजादी के समय दुनिया में भारत को सांप-संपेरों के देश की पिछड़ी हुई अर्थव्यवस्था के रूप में पहचाना जाता था, वहीं आजादी के बाद 76 वर्षों में भारत ने आर्थिक क्षेत्र के विभिन्न मोर्चों पर कदम-कदम आगे बढ़कर विकास के इतिहास रच दिए हैं. ...