हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन मलेरिया के इलाज के लिए इस्तेमाल होने वाली दवा है. इस दवा का सबसे बड़ा केंद्र भारत है. कोरोना वायरस संकट के बीच यह दवा चर्चा का विषय बनी हुई है. दरअसल कोरोना के इलाज के लिए कोई स्थायी दवा या वैक्सीन नहीं है. हालांकि कोरोना के कुछ मरीजों के इलाज में इस दवा के असर दिखाई दिए हैं. कई अध्ययन दावा करते हैं कि इसके अधिक सेवन से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं और इसे चिकित्सक के परामर्श पर लेना चाहिए. Read More
अब तक इस बात के कोई प्रमाण नहीं मिले हैं कि ये हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन कोरोना वायरस के मरीजों के मामले में कितनी कारगर है। कई रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस दवा के कोरोना मरीजों के लिए इस्तेमाल करने पर नकारात्मक प्रभाव हो सकते हैं। ...
भारत में कोरोना मरीजों की संख्या 1,25,101 पर पहुंच गई है और 3,720 लोगों की मौत हो गई है। 51,783 लोग स्वस्थ्य हो चुके हैं और एक मरीज देश से बाहर चला गया। ...
हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन का इस्तेमाल मलेरिया के इलाज में किया जाता है। लेकिन ये दवा के कोरोना वायरस के इलाज में कारगर है या नहीं, अब तक इस बात के कोई ठोस प्रमाण नहीं मिले हैं। ...
हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन दवाओं को अमेरिका को मुहैया कराने के लिए अमेरिकी सांसद जॉर्ज होल्डिंग ने भारत की तारीफ की है। जॉर्ज होल्डिंग ने कहा, ‘‘भारत अमेरिका के सबसे करीबी और महत्वपूर्ण सहयोगियों में से एक है। ...
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मलेरिया की दवा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन को कोविड-19 के उपचार में लाभकारी बताया है और इसके पक्ष में कई मरीजों के बयान भी पेश किए हैं. हालांकि अमेरिका में 368 मरीजों पर हाल में हुए अध्ययन में इसका कोई लाभ देखने को नहीं ...