हिन्दू धर्म में हनुमान जी को भगवान शिव के 11वें रूद्र अवतार के रूप में पूजनीय माना गया है। प्रति वर्ष चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि को हनुमान जी का प्रकटोत्सव मनाया जाता है। इस वर्ष 18 अप्रैल 2019 को चित्रा नक्षत्र से हनुमान जयंती की तिथि का शुभारम्भ हो ...
हनुमान चालीसा में कुल 40 चौपाइयां हैं और अगर इसका मतलब निकाला जाए तो यह एक आम आदमी का जीवन क्रम होता है। माना जाता है कि तुल़सीदास जी ने हनुमान चालीसा की रचना रामचरित मानस के रचना से पहले ही कर दिया था। ऐसा उन्होंने राम जी को पाने के लिए किया था । ...
भारत में शायद यह पहला मंदिर होगा, जहां रामभक्त हनुमान माता अंजनी के साथ विराजमान हैं। यह मंदिर अकोला में मातृभक्त तपे हनुमान के नाम से जाना जाता है। यह मंदिर करीब 455 वर्ष पुराना है। साथ ही बीते 455 वर्षों से यहां अखंड दीप जल रहा है। इस मंदिर में शुक ...
चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि को भगवान शिव के 11वें रूद्र अवतार हनुमान का जन्म हुआ था। माता अंजनी की तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें वरदान दिया था। हनुमान जी के पिता का नाम केसरी था इसलिए उन्हें केसरी नंदन के नाम से भी जाना जाता है। ...
हनुमान जी को भगवान शिव का रूद्र अवतार माना जाता है।हनुमान जी का जन्म वानर राजा केसरी के ग्रह, उनकी पत्नी अंजना के गर्भ से हुआ था। हनुमान जयंती का यह पर्व पूरे देश भर में धूमधाम से मनाया जाता है। ...
जब से इस मंदिर की स्थापना हु्ई है तब से ही मन्दिर के अन्दर अखण्ड दीप प्रज्वलित है। निरन्तर रूप से मन्दिर में बालाजी का कथा-पाठ, जप तथा कीर्तन चलता रहता है। दर्शन करने वाले भक्त भी सुन्दरकाण्ड पाठ एवं हनुमान चालीसा पढ़ कर बालाजी को मानाने हैं। ...