हनुमान जयंती: 455 पुराने बजरंगबली के इस मंदिर में चढ़ेगा 301 किलो का लड्डू
By उस्मान | Published: April 18, 2019 11:03 AM2019-04-18T11:03:28+5:302019-04-18T11:03:28+5:30
भारत में शायद यह पहला मंदिर होगा, जहां रामभक्त हनुमान माता अंजनी के साथ विराजमान हैं। यह मंदिर अकोला में मातृभक्त तपे हनुमान के नाम से जाना जाता है। यह मंदिर करीब 455 वर्ष पुराना है। साथ ही बीते 455 वर्षों से यहां अखंड दीप जल रहा है। इस मंदिर में शुक्रवार, 19 अप्रैल को हनुमान जन्मोत्सव 'हनुमान जयंती' का आयोजन किया जाएगा।
मातृभक्त तपे हनुमान मंदिर में 19 अप्रैल को हनुमान जन्मोत्सव के निमित्त सुबह 6 से रात 11 बजे तक विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। जिनमें संगीत समारोह, महाआरती, तपे हनुमान सुंदरकांड वाचन, सामूहिक प्रार्थना आदि कार्यक्रम होंगे।
इस वर्ष का मुख्य आकर्षण एक लाख इक्कावन हजार हनुमान चालीसा पठन का संकल्प किया गया था। जो हनुमान जन्मोत्सव पर पूर्ण होगा। साथ ही हनुमान जन्मोत्सव पर पंचमेवे का 301 किलो का लड्डू चढ़ाया जाएगा, यह जानकारी मंदिर प्रबंधन ने दी।
हिन्दू धर्म के अनुसार चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि को भगवान शिव के 11वें रूद्र अवतार हनुमान का जन्म हुआ था। माता अंजनी की तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें वरदान दिया था। हनुमान जी के पिता का नाम केसरी था इसलिए उन्हें केसरी नंदन के नाम से भी जाना जाता है। इस वर्ष 19 अप्रैल 2019, दिन शुक्रवार को देशभर मने हनुमान जन्मोत्सव का पर्व मनाया जाएगा।
हनुमान जयंती तिथि, शुभ नक्षत्र, समय (Hanuman Jayanti date, time, nakshatra)
इस वर्ष हनुमान जयंती पर दो खास ज्योतिष नक्षत्र बन रहे हैं। पहला है चित्रा और दूसरा है गजकेसरी योग। पंचांग के अनुसार 18 अप्रैल की रात 9 बजकर 23 मिनट पर चित्रा नक्षत्र प्रारंभ हो जाएगा। यह नक्षत्र अगले दिन दिन यानी 19 अप्रैल की शाम 7 बजकर 19 मिनट तक मान्य रहेगा। दूसरा नक्षत्र गजकेसरी सूर्योदय से ही प्रारंभ हो जाएगा। इन दोनों नक्षत्रों के बीच ही केसरी नंदन भगवान हनुमान का जन्म होगा।