डीआरडीओ के अध्यक्ष जी सतीश रेड्डी ने कहा कि रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) कोविड-19 महामारी को लेकर टीके और दवा के विकास पर काम कर रहा है तथा इसके साथ ही संगठन सेनिटाइजर, विशेष मास्क और सुरक्षात्मक उपकरण बनाने के काम में भी लगा है। ...
कोरोना वायरस के ज्यादा संक्रमण वाले इलाकों को तुरंत सैनिटाइज़ करने के लिए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन यानि डीआरडीओ एक यूवी ब्लास्टर तैयार किया है. ये यूवी बलास्टर केमिकल फ्री है. संक्रमित इलाकों को सैनिटाइज करने के लिए अल्ट्रा वॉयलेट डिसइंफेक्स ...
संगठन ने कहा कि दिल्ली स्थित डीआरडीओ के विस्फोटक एवं पर्यावरण सुरक्षा केंद्र (सीएफईईएस) ने एक ऑटोमेटिक झाग आधारित सेनिटाइजर मशीन बनाई है जिसे छूने की आवश्यकता नहीं होगी। ...
उत्तर रेलवे ने रविवार को कहा, ‘‘रक्त या शरीर से निकलने वाले तरल पदार्थ को रोकने के लिये जैव-सुरक्षात्मक कवरिंग पदार्थ (कपड़े) की प्रतिरोधक क्षमता का पता लगाने के उद्देश्य से यह जांच की गई। ...
सैनेटाइजिंग उपकरण के दो प्रकार विकसित किए गए हैं- एक पीठ पर लेकर चला जा सकता है और दूसरे उपकरण को ट्रॉली का आकार दिया गया है। पीठ पर ले जा सकने वाले उपकरण को सैनेटाइज करने वाले कर्मी कहीं भी ले जा सकते हैं और इससे 300 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को संक् ...
अधिकारियों ने बताया कि रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (डीआरडीओ) की विभिन्न प्रयोगशालाओं में कार्यरत वैज्ञानिकों ने मिलकर ‘‘बायो सूट’’ विकसित किया है जो चिकित्सा पेशेवरों के लिए व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) की तरह काम करेगा। ...