हिन्दू धर्म में दीपावली से दो दिन पहले धनतेरस का त्यौहार मनाया जाता है। इसे भगवान धन्वन्तरि के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व हिन्दू कैलेंडर के अनुसार हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को पड़ता है। हिन्दू धर्म के अलावा जैन धर्म के लोग इस पर्व को 'ध्यान तेरस' के रूप में मनाते हैं। कहते हैं कि इस दिन भगवान महावीर तीसरे और चौथे ध्यान में जाने के लिए योग निरोध के लिए चले गए थे। इस दिन को भगवान कुबेर और धन की देवी मां लक्ष्मी की अराधना से भी जोड़ा जाता है। इनकी पूजा कर धनवान बनाने के लिए प्रार्थना की जाती है। Read More
कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को धनतेरस (Dhanteras 2020) का त्योहार मनाया जाता है। इस साल धनतेरस 13 नवंबर को मनाया जाएगा। इस दिन पीतल या चांदी के बर्तन खरीदने की परंपरा है। मान्यता है कि इस दिन जो भी खरीदा है, वह लाभकारी होता है। साथ ही धन-संपदा में ...
कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को धनतेरस (Dhanteras 2020) का त्योहार मनाया जाता है। इस साल धनतेरस 13 नवंबर को मनाया जाएगा। इस दिन पीतल या चांदी के बर्तन खरीदने की परंपरा है। मान्यता है कि इस दिन जो भी खरीदा है, वह लाभकारी होता है। साथ ही धन-संपदा में ...
कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है। इस साल धनतेरस 13 नवंबर को मनाया जाएगा। इस दिन पीतल या चांदी के बर्तन खरीदने की परंपरा है। ...
इस वर्ष कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ 12 नवंबर दिन गुरुवार को रात 09 बजकर 30 मिनट से हो रहा है, जो 13 नवंबर दिन शुक्रवार को शाम 05 बजकर 59 मिनट तक है। ...
धनतेरस का पर्व कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है. धनतेरस का दिन अत्यंत शुभ माना जाता है. इस दिन कुछ नया खरीदने की परंपरा है. खासतौर पर विशेषकर पीतल और चांदी के बर्तन खरीदने की. धनतेरस के दिन सोना खरीदना सबसे ज्यादा शुभ माना जाता है ...