भाजपा नेता बृज भूषण शरण सिंह वर्तमान में यूपी के कैसरगंज लोकसभा सीट से सांसद हैं। उन्होंने पहली बार 1991 में लोकसभा चुनाव लड़ा था और तब उन्होंने गोंडा निर्वाचन क्षेत्र से अपना पहला चुनाव जीता। उनकी पत्नी भी यूपी से सांसद रह चुकी हैं। बृज भूषण शरण सिंह की छवि एक बाहुबली नेता के तौर पर रही है और छात्र जीवन से वह राजनीति से जुड़े रहे हैं। वह अभी भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के भी अध्यक्ष हैं। हालांकि इस पद पर रहते हुए वह विवादों में हैं। कुछ पहलवानों ने उन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। कई शीर्ष पहलवान उन्हें इस पद से हटाने और उन पर कार्रवाई की मांग पर अड़े हुए हैं। Read More
इस दौरान किसान नेता ने कहा, बड़ी मेहनत से उन्होंने (पहलवानों) यह पदक जीता है। वे हमारी बैटियां हैं उनके साथ अन्याय हो रहा है। एक आदमी को बचाने के लिए पूरी भारतीय सरकार लगी है। ...
बजरंग पुनिया द्वारा जरी बयान में लिखा हैः कल पूरा दिन हमारी कई महिला पहलवान खेतों में छिपती फिरी हैं. तंत्र को पकड़ना उत्पीड़क को चाहिए था, लेकिन वह पीड़ित महिलाओं को उनका धरना खत्म करवाने, उन्हें तोड़ने और डराने में लगा हुआ है। ...
दिल्ली पुलिस ने सोमवार को कहा कि बार-बार अनुरोध करने के बावजूद कल प्रदर्शनकारियों ने उन्माद में कानून तोड़ा, यही वजह है कि दिल्ली के जंतर-मंतर पर उनके प्रदर्शन को अधिसूचित स्थान रोक दिया गया। ...
साक्षी मलिक ने ट्विटर पर लिखा, "हमारा आंदोलन खत्म नहीं हुआ है। पुलिस हिरासत से छूटकर हम वापस जंतर मंतर पर अपना सत्याग्रह शुरू करेंगे। इस देश में अब तानाशाही नहीं, बल्कि महिला पहलवानों का सत्याग्रह चलेगा।" ...
अपने पत्र में स्वाति मालीवाल ने यह भी मांग की कि दिल्ली पुलिस आयुक्त हिरासत में लिए गए पहलवानों को तुरंत रिहा किया जाए और ओलंपिक स्तर के एथलीटों के साथ मारपीट करने वाले दिल्ली पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। ...
जंतर मंतर के बाहर पुलिस की कई बसे खड़ी की गई थीं। बैरिकेडिंग सड़कों को घेर दिया गया था। लेकिन पहलवान नई संसद की ओर कूच करने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि वे नई संसद के सामने महिला महापंचायत करना चाहते हैं। ...
बता दें कि प्रदर्शनकारी पहलवानों द्वारा बुलाए गए महिला महापंचायत में हिस्सा लेने आर रहे पंजाब किसान मजदूर कमेटी के सदस्यों को पुलिस ने अंबाला बार्डर पर ही रोक दिया है। ...