भारत सरकार और अन्य राज्यों की तरह बिहार सरकार भी हर साल अपना बजट पेश करती है। बजट किसी भी सरकार का जरूरी काम है जिससे सरकार अगले एक साल के लिए योजनाए बनाती हैं। इसमें तमाम खर्चो और आमदनी का हिसाब बनाया जाता है। कुल मिलाकर बजट के जरिए सरकार यह खाका तैयार करती है कि कहां कहां से कितनी आमदनी हो सकती है, और कितना पैसा किन कामों पर खर्च किया जा सकता है। बिहार. बजट बनाने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका वित्त विभाग और योजना विभाग की होती है। Read More
पहले बिहार में दो लाख मीट्रिक टन मछली उत्पादन होता था, अब यह आंकड़ा 7 लाख टन से ज्यादा पहुंच चुका है। बिहार में 267000 किसानों को अब तक शिक्षित किया जा चुका है। ...
तेजस्वी यादव के अनुसार, आरसीपी टैक्स का मतलब है– रिजर्व कमीशन प्रिवलेज टैक्स। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार में आरसीपी टैक्स लिया जाता है। ...
Bihar Vidhan Sabha: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बताया कि महिला अपराध दर में बिहार का 30 वां स्थान है. अपराध नियंत्रण और विधि व्यवस्था के लिए सरकार काम कर रही है. ...
राज्यपाल का अभिभाषण पिछले 4 सालों में थोड़ा भी नहीं बदला. हर साल एक ही मजमून में आंकडे़ को बदलकर राज्यपाल के अभिभाषण के तौर पर सामने रख दिया जाता है. ...
Bihar Budget: शिक्षा के लिए 39 हजार 191 करोड़ की राशि दी गई है, जबकि स्वास्थ्य के लिए 16 हजार 134 करोड़ और कृषि एवं आधार भूत संरचना के लिए 29 हजार 749 करोड़ दिया गया है. ...
Bihar 2022: बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने बिहार विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन सदन के पटल पर राज्य का 16वां आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया। ...