बिहार विधानसभाः सीएम नीतीश संघ के बारे में क्या कहते थे? आज चुप्पी क्यों साधे हैं?, तेजस्वी ने सरकार पर बोला हमला
By एस पी सिन्हा | Published: March 2, 2022 07:24 PM2022-03-02T19:24:16+5:302022-03-02T20:10:00+5:30
राज्यपाल का अभिभाषण पिछले 4 सालों में थोड़ा भी नहीं बदला. हर साल एक ही मजमून में आंकडे़ को बदलकर राज्यपाल के अभिभाषण के तौर पर सामने रख दिया जाता है.
पटनाः बिहार विधानमंडल के बजट सत्र के दौरान राज्यपाल के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव इसे सरकार की तरफ से दिया गया झूठ का पुलिंदा करार दिया है. उन्होंने एनडीए सरकार पर हमला होलते हुए नीतीश सरकार को सर्कस बताया.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यहां अजीबोगरीब खेल चल रहा है. इस दौरान तेजस्वी ने आरएसएस की भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार आरएसएस के बारे में क्या कहते थे? आज चुप्पी क्यों साधे हैं? आरएसएस पर टिप्पणी करने से विधानसभा अध्यक्ष मना किया कि किसी भी संस्था के बारे में ऐसी बात न करें. तेजस्वी फिर भी नहीं माने.
इसके बाद बिहार के उप मुख्यमंत्री अपनी सीट पर खडे़ हो गये और आपत्ति जताई. इसके बाद सदन में हंगामा बढ़ गया और सदन की कार्यवाही थोड़ी देर के लिए स्थगित करनी पड़ी. सदन की कार्यवाही फिर शुरू होने पर तेजस्वी ने हमला जारी रखते हुए कहा कि जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष कहते हैं कि भाजपा से उनका गठबंधन परिस्थिति वश है.
उन्होंने कहा कि आज भाजपा के एक मंत्री और पूर्व मंत्री के बीच खुलेआम आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं. उन्होंने कहा है कि राज्यपाल का अभिभाषण पिछले 4 सालों में थोड़ा भी नहीं बदला. हर साल एक ही मजमून में आंकडे़ को बदलकर राज्यपाल के अभिभाषण के तौर पर सामने रख दिया जाता है.
राज्यपाल खुद भी इस हकीकत को समझ रहे हैं और यही वजह है कि वह अभिभाषण के दौरान विपक्षी सदस्य के हंगामे पर मुस्कुराते रहे. उन्होंने कहा कि सरकार का मंत्री कहता है कि उनकी बात अधिकारी नहीं सुनते हैं और वह इस्तीफे की पेशकश तक कर देता है. राज्य के अंदर जिस तरह सत्ता पक्ष के अंदर ही घमासान मचा है.
तेजस्वी ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष तक का सम्मान नहीं किया जा रहा. विधानसभा अध्यक्ष महोदय खुद कह चुके हैं कि थानेदार उनकी बात नहीं सुनता. भाजपा विधायक हरी भूषण ठाकुर बचौल के बयान पर भी सदन में काफी देर तक हो हल्ला होता रहा. उन्होंने कहा कि कोई मुसलमानों से मताधिकार का अधिकार छीनने की बात करता है और सरकार इस पर चुप रहती है.
इस मामले को लेकर जब तेजस्वी ने मंत्री शाहनवाज हुसैन की चर्चा की तो उन्होंने भी सदन में तेजस्वी पर पलटवार किया. शाहनवाज हुसैन ने कहा कि देश का संविधान किसी से मताधिकार का हक छीनने की इजाजत नहीं देता. चाहे किसी भी दल को कितना भी बहुमत आ जाए. इस पर तेजस्वी ने कहा कि यह बात आप पहले क्यों नहीं बोले जब बचौल जी यह बयान दे रहे थे.
उन्होंने कहा कि इस सरकार की यही बात है कोई कुछ कहता है कोई कुछ. नेता प्रतिपक्ष ने विधानसभा में मुल्ला नसरुद्दीन की कहानी सुनाई. मुल्ला नसरुद्दीन और उनकी बेगम के गोश्त बनाने का किस्सा सुनाते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में विकास का जो दावा किया जा रहा है, वह नीति आयोग की रिपोर्ट से मेल नहीं खाता.
उन्होंने कहा कि अगर नीति आयोग की रिपोर्ट बिहार को फिसड्डी बता रही है तो नीतीश सरकार की तरफ से किए गए विकास के दावे सही नहीं हो सकते. तेजस्वी ने कहा कि दोनों दावे एक साथ सही नहीं हो सकते और यह बात सब को समझना चाहिए.