राज्यपाल के अभिभाषण के साथ ही बिहार विधानमंडल के बजट सत्र की हुई शुरुआत, राज्यपाल ने गिनाई सरकार की उपलब्धियां
By एस पी सिन्हा | Published: February 27, 2023 03:53 PM2023-02-27T15:53:10+5:302023-02-27T16:02:00+5:30
पहले बिहार में दो लाख मीट्रिक टन मछली उत्पादन होता था, अब यह आंकड़ा 7 लाख टन से ज्यादा पहुंच चुका है। बिहार में 267000 किसानों को अब तक शिक्षित किया जा चुका है।
पटना:बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर के अभिभाषण के साथ विधानमंडल का बजट सत्र आज से शुरू हो गया है। इस मौके पर दोनों सदनों के सदस्यों के साथ-साथ बिहार विधानसभा के अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी और विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर मौजूद थे। राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में राज्य सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों और आने वाले समय में सरकार की योजना के साथ ही बिहार सरकार की उपलब्धियां गिनाई।
उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में सरकार निरंतर काम कर रही है। इस पर भाजपा विधायकों ने ये कहते हुए हंगामा शुरू कर दिया कि स्कूलों में शिक्षक और बिल्डिंग नहीं है। राजद ने जवाब दिया कि अडानी से मांग लीजिए। विधान पार्षद मुन्नी देवी ने कहा जाइए मोदी के सामने कटोरा लेकर भीख मांगिए। सदन में जय भीम के नारे भी लगे।
अपने अभिभाषण के दौरान राज्यपाल ने कहा कि बिहार सरकार भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस नीति पर काम कर रही है। निगरानी के लिए कई निगरानी कोषांग का गठन किया गया है। शराबबंदी को लेकर सशक्त अभियान चलाया जा रहा है। राज्य सरकार की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने हमेशा से सुशासन और न्याय के साथ विकास पर जोर दिया है। सरकार द्वारा अपराध नियंत्रण और विधि व्यवस्था के लिए सभी तरह के काम किए जा रहे हैं।
डायल 112 आपातकालीन सेवा का शुभारंभ राज्य सरकार ने जुलाई महीने में किया था। किसी भी तरह की आपातकालीन स्थिति से निबटने के लिए राज्य के लोगों के लिए सरकार की तरफ से यह व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है। राजयपाल ने कहा कि बिहार में 2651 अभियुक्त शराबबंदी के मामले में गिरफ्तार किए गए हैं। पुलिस विभाग में बड़े पैमाने पर भर्तियां की जा रही है।
इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि राज्य के सभी पुलिस भवनों को निर्माण की दिशा में कार्रवाई शुरू की गई है। पुलिस अनुसंधान को तकनीकी रूप से अधिक सक्षम बनाने के लिए सरकार ने सभी 12 प्रक्षेत्रों में विधि विज्ञान प्रयोगशाला स्थापित करने का निर्णय लिया है। कोरोना में आम लोगों के साथ राज्य सरकार रही है।
बिहार में सघन कोविड जांच कराया गया, तभी बिहार में कंट्रोल किया गया है। बिहार में कोरोना का मात्र एक सक्रिय केस है। बिहार में 15 करोड़ 72 लाख टीके दिए जा चुके हैं। अब तक 13601 मृतकों को भुगतान किया जाता है। पहले बिहार में दो लाख मीट्रिक टन मछली उत्पादन होता था, अब यह आंकड़ा 7 लाख टन से ज्यादा पहुंच चुका है। बिहार में 267000 किसानों को अब तक शिक्षित किया जा चुका है।