अयोध्या उत्तर प्रदेश का एक शहर है। इस शहर को भगवान राम की जन्मस्थली माना जाता है। उनके जन्म की जगह को लेकर काफी वक्त से विवाद चल रहा था। राम का जन्मस्थान होने की वजह से अयोध्या को हिंदुओं के साथ सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों में माना जाता है। Read More
लंदन में भारतीय उच्चायोग और वहीं के नेहरू केंद्र में काम कर चुकीं लेखिका दिव्या माथुर ने कहा कि ब्रिटेन में बसे अधिकतर भारतीय इस निर्णय से प्रसन्न होंगे क्योंकि इससे भारत में सामाजिक सौहार्द बढ़ेगा। ...
विवेक ने कहा, ‘‘मेरी मां भगवान राम की अनन्य भक्त हैं और अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए समाधान का इंतजार कर रही थीं। वह अयोध्या में छह दिसंबर, 1992 की घटना के बाद शुरू हुई हिंसा को लेकर काफी परेशान थीं।’’ ...
राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद बीते 30 घंटे में यूपी के अयोध्या में स्थिति पूरी तरह सामान्य है। राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले में सर्वोच्च अदालत के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली 5 सदस्यीय ...
छह दिसंबर 1992 को जब अयोध्या में बाबरी मस्जिद गिराई गई तब नरसिंहराव देश के प्रधानमंत्री थे। क्या वह इस घटना को रोक सकते थे। पिछले 30 साल से यह बहस का विषय है और इसका उत्तर आज तक नहीं मिल सका है। ...
मंदिरों में रोज की तरह सवेरे सवेरे लोग पूजा करने पहुंचे हैं, घंटियां बजने की आवाजें आ रही हैं, हिंदू हों या मुस्लिम, सभी इलाकों में दुकानें हर रोज की तरह खुली हैं और सामान्य दिनों की तरह बच्चे गलियों में खेलते नजर आ रहे हैं। ...
न्यायालय ने व्यावहारिक समझ दिखाते हुए झगड़े को खत्म करने के लिए जमीन को हिन्दू पक्षकारों को दिया। साथ में इस दलील को भी खारिज कर दिया कि मुगल बादशाह बाबर ने राम मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाई थी जो मुसलमानों के लिए बड़ी जीत है। ...
ज्योतिष और द्वारका-शारदा पीठ के शंकराचार्य सरस्वती ने कहा, “मैं उच्चतम न्यायालय के फैसले से प्रसन्न हूँ जिसने इसकी पुष्टि कर दी कि (विवादित स्थल) भगवान राम की जन्मस्थली है। इसमें कोई शक नहीं कि श्रीराम का जन्म अयोध्या में हुआ था।” ...