विधानसभा चुनाव भारत के राज्यों में कराए जाने वाले राज्य-स्तरीय चुनाव हैं। इन चुनावों में हर राज्य की जनता अपने राज्य-स्तर के शासन के लिए अपने प्रतिनिधियों का चुनाव करती है, जिन्हें विधायक कहा जाता है। आम चुनावों से अलग इन चुनावों में चुने हुए विधायक राज्य-स्तर पर सरकार का गठन करते हैं। Read More
1985 से उत्तर भारतीयों की मुंबई में बढ़ती तादाद को लेकर शिवसेना के कान खड़े हुए और कांग्रेस तथा भारतीय जनता पार्टी का ध्यान भी मुंबई के हिंदी वोटों पर गया. ...
भाजपा कांग्रेस के खिलाफ परिवारवाद को मुद्दा बनाती रही है, बावजूद इसके पार्टी के वरिष्ठ नेता अपने बच्चों को टिकट दिलवाने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहते. ...
हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। यहां कांग्रेस मोटर व्हिकल एक्ट के अथाह जुर्माने को प्रमुख चुनावी मुद्दा बनाने की तैयारी में है। ...
नागपुर में 1995 के विधानसभा चुनाव अनूठे साबित हुए. भाजपा-शिवसेना युति ने सभी समीकरणों को ध्वस्त करते हुए राज्य में पहली पर भगवा लहराया. नागपुर में भी इसका साफ असर दिखा. इन सब के बीच जिले की रामटेक संसदीय सीट में समाहित पांच में से चार सीटों पर निर्दल ...
जार्ज के नेतृत्व में मुंबई में समाजवादियों का भी प्रभाव क्षेत्र बढ़ा. जार्ज 1949 में ही नौकरी की तलाश में बंबई (मुंबई) आ गए थे और जल्दी ही उन्होंने देश की व्यावसायिक राजधानी में अपनी पैठ बनानी शुरू कर दी. ...
अनुसूचित जाति के बड़े वोट बैंक को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस आलाकमान ने पहले फूलचंद मुलाना, फिर डॉ. अशोक तंवर और अब कुमारी शैलजा को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया है. ...
बॉम्बे हाईकोर्ट में पीआईएल दाखिल करके महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव स्थगित करने की मांग की गई है। याचिका में कहा गया है कि 40 प्रतिशत वोटर बाढ़ और सूखा प्रभावित हैं। ...
भारतीय जनादेशः चुनावों का विश्लेषण (Book Review): प्रॉनाय रॉय और दोराब रु. सोपारीवाला की किताब 'भारतीय जनादेशः चुनाव का विश्लेषण' भारत में चुनावों को समझने का एक नजरिया देती है। यह किताब भारतीय चुनाव के पिछले सात दशकों की उठा-पटक पर सूक्ष्म और सटीक व ...