फ्रांस का मशहूर अजायबघर ‘लूव्र’ 1911 में अचानक दुनिया की निगाह में आ गया, क्योंकि डा विंची की ‘महबूबा’ को चोर उठा ले गए थे. प्रेम, स्त्रीत्व और रहस्य का मिश्रण ‘मोनालिसा’ दो साल बाद लौटी, तो कला के कितने ही दीवाने उसे देखने-पढ़ने, राजफाश करने में लग ...
लेखक, आलोचक और सम्पादक के साथ ही नामवर सिंह की ख्याति लोकप्रिय शिक्षक के रूप में भी रही है। आज उनके जन्मदिन पर नामवर सिंह को स्कूल में हिन्दी पढ़ाने वाले शिक्षक की दी हुई सीख की चर्चा कर रहे हैं रंगनाथ सिंह। ...
कम्प्यूटर के अपने लाभ हैं लेकिन नैसर्गिक कला का वह विकल्प नहीं हो सकता। खासतौर पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की आहट ने हमें यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि हमारी अगली पीढ़ियां कला को क्या समुचित रूप से जिंदगी का हिस्सा बना पाएंगी? ...
सद्गुरु जग्गी वासुदेव की पुस्तक 'कर्म- एक योगी के मार्गदर्शन में रचें अपना भाग्य' में आधुनिकता की रफ्तार भरी जिंदगी में मनुष्य की कार्यशैली को रेखांकित करते उस कर्म की व्याख्या कर रहे हैं, जो त्याग और सद्इच्छा से आत्मकेंद्रीत न होकर समाज के कल्याण के ...