भूपालपल्ली: तेलंगाना विधानसभा चुनाव में पार्टी के लिए प्रचार करने के लिए गुरुवार को भूपालपल्ली पहुंचे राहुल गांधी ने 'विजयभेरी यात्रा' में सत्ताधारी भारत राष्ट्र समिति और उसके मुखिया के चंद्रशेखर राव पर जमकर निशाना साधा और कहा कि सूबे में मुख्यमंत्री केसीआर की पार्टी बीआरएस, एआईएमआईएम और भाजपा भीतरखाने मिले हुए हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार उन्होंने मुख्यमंत्री केचंद्रशेखर राव की जमकर आलोचना की और कहा कि तेलंगाना में इस वक्त देश का सबसे भ्रष्ट परिवार शासन कर रहा है।
उन्होंने 'विजयभेरी यात्रा' के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए कहा, "जब आपने तेलंगाना राज्य का सपना देखा था तो आपने सोचा था कि राज्य में आप लोगों का शासन होगा लेकिन ऐसा नहीं हो सका। तेलंगाना में एक परिवार का शासन चल रहा है और पूरे राज्य का नियंत्रण उस परिवार के हाथों में है।"
राहुल ने आगे कहा, "इसमें कोई शक नहीं है कि केसीआर परिवार भ्रष्टाचार के मामले में सर्वोच्च है। इस परिवार ने राज्य के संसाधनों पर कब्जा करके उसका दोहन अपने हित में किया है।''
इसके साथ ही राहुल गांधी ने इस बात का भी आरोप लगाया कि तेलंगाना में सत्ताधारी बीआरएस, भाजपा और ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम भीतरखाने एक हैं और सभी मिलकर कांग्रेस के खिलाफ लड़ रही हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा, ''यह साफ है कि राज्य में भाजपा, बीआरएस और एआईएमआईएम मिलकर कांग्रेस पार्टी पर हमला कर रही हैं, इससे पता चलता है कि तीनों में एक छुपा हुआ गठबंधन है।''
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के चन्द्रशेखर राव राज्य का विधानसभा चुनाव बुरी तरह से हारने वाले हैं। राहुल गांधी ने कहा, "केसीआर यह चुनाव हारने जा रहे हैं। यह चुनाव राजा और प्रजा के बीच का है। आपने एक ऐसे तेलंगाना का सपना देखा था, जहां जनता का शासन होगा लेकिन पिछले दस सालों से जनता और केसीआर के बीच दूरियां बढ़ती जा रही हैं।"
राहुल गांधी तेलंगाना विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रचार करने के लिए तीन दिवसीय दौरे पर तेलंगाना पहुंचे हैं, जहां 30 नवंबर को मतदान होना है और मतगणना 3 दिसंबर को होगी।
तेलंगाना विधानसभा चुनाव में भाजपा, सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने वाला है। वहीं असदुद्दीन औवैसी की पार्टी एआईएमआईएम भी चुनावी समर में कूदने की तैयारी कर रही है।
साल 2018 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो उसमें बीआरएस कुल 119 में से 88 सीटें जीतने में कामयाब रही थी। बीआरएस का वोट शेयर 47.4 फीसदी था। वहीं विपक्षी दल कांग्रेस 19 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही थी और उसका वोट शेयर 28.7 फीसदी था।