भगवान जगन्नाथ यानी विष्णु के 8वें मानवरूपी अवतार भगवान कृष्ण को समर्पित पुरी के जगन्नाथ मंदिर में आज रात लाखों श्रद्धालुओं का मेला लगेगा। आज ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा के उपलक्ष्य में जगन्नाथ पुरी में 'पूर्णिमा स्नान' का आयोजन किया गया है। इसके बाद ही भव्य रथ यात्रा का प्रारंभ किया जाएगा।
रात में पूर्णिमा स्नान
सबसे पहले भगवान जगन्नाथ के साथ भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा को मंदिर परिसर में ही धार्मिक स्नान कराया जाएगा। मंदिर के पवित्र कुएं में से जल लेकर इस विधि को संपूर्ण किया जाएगा। स्नान के बाद देवो-देवताओं को 'हाथी वेष' यानी हाथी के बड़े आकार जितने वस्त्र पहनाए जाएंगे। इसके बाद ही लाखों श्रद्धालुओं के लिए रात 7.30 बजे से 9.30 तक धार्मिक स्नान करने हेतु आयोजन किया जाएगा।
14 जुलाई से जगन्नाथ रथ यात्रा
किन्तु इस दौरान मंदिर के कानून को ध्यान में रखते हुए किसी को भी देवी-देवताओं की मूर्ति को स्पर्श करने की अनुमति नहीं होगी। स्नान के बाद मूर्तियों को मंदिर के 'अनासार घर' में स्थापित कर दिया जाएगा। यहां से भगवान जगन्नाथ, देवी सुभद्रा और भगवान बलभद्र को सीधा रथ यात्रा के लिए यानी 14 जुलाई को ही बाहर लाया जाएगा। रथ यात्रा के दौरान लाखों-करोड़ों भक्त देवी-देवताओं के भव्य दर्शन कर पाएंगे।
सुरक्षा के इंतजाम
पूर्णिमा स्नान के लिए जगन्नाथ पुरी मंदिर की कमिटी द्वारा सुरक्षा के कई प्रबंध किए गए हैं। सभी जगहों पर पुलिस को तैनात किया गया है। भगवान जगन्नाथ समेत देवी सुभद्रा, भगवान बलभद्र की मूर्ति सुरक्षा और मंदिर में आए श्रद्धालुओं की देखरेख का भी पूरा जिम्मा मंदिर की कमिटी ने लिया है।