Surya Grahan 2024: भारत में 2024 का पहला सूर्य ग्रहण कब, कहाँ और कैसे देखें? समय और प्रभाव जानिए सबकुछ
By रुस्तम राणा | Published: March 29, 2024 03:55 PM2024-03-29T15:55:23+5:302024-03-29T15:55:23+5:30
Surya Grahan 2024 Date and Timing: भारतीय मानक समय के अनुसार, ग्रहण 8 अप्रैल को रात 9:12 बजे शुरू होगा और 9 अप्रैल को 2:22 बजे तक रहेगा। यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा यानी सूतक काल नहीं लगेगा।
Surya Grahan 2024 Date and Timing: 8 अप्रैल को सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। चैत्र नवरात्रि शुरू होने से एक दिन पहले लगने वाला यह साल का पहला सूर्य ग्रहण होगा। जहां ज्योतिष शास्त्र में ग्रहण का विशेष महत्व होता है वहीं हिंदू धर्म में इन्हें शुभ नहीं माना जाता है। चूंकि यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। इसलिए इस सूर्य ग्रहण का असर भारत में नहीं पड़ेगा यानी सूतक काल नहीं लगेगा। नवरात्रि से पहले लगने वाले ग्रहण के कारण कुछ राशियों पर इसका प्रभाव पड़ सकता है।
साल के पहले सूर्य ग्रहण का समय
भारतीय मानक समय के अनुसार, ग्रहण 8 अप्रैल को रात 9:12 बजे शुरू होगा और 9 अप्रैल को 2:22 बजे तक रहेगा। यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा यानी सूतक काल नहीं लगेगा।
कहां दिखाई देगा ग्रहण?
यह सूर्य ग्रहण कनाडा, मैक्सिको, संयुक्त राज्य अमेरिका, अरूबा, बरमूडा, कैरेबियन नीदरलैंड, कोलंबिया, कोस्टा रिका, क्यूबा, डोमिनिका, ग्रीनलैंड, आयरलैंड, आइसलैंड, जमैका, नॉर्वे, पनामा, निकारागुआ, रूस, प्यूर्टो रिको, सेंट मार्टिन, स्पेन, बहामास, यूनाइटेड किंगडम और वेनेजुएला सहित दुनिया के विभिन्न हिस्सों में देखा जा सकता है।
राशियों पर प्रभाव
वैदिक ज्योतिष गणना के अनुसार यह सूर्य ग्रहण रेवती नक्षत्र और मीन राशि में घटित होगा। यह 4 साल बाद पड़ने वाला पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा। इस सूर्य ग्रहण का प्रभाव वृष, मिथुन, कर्क, तुला और कुंभ राशि वाले लोगों पर पड़ सकता है।
ग्रहण के दौरान क्या करें और क्या न करें
ग्रहण के दौरान सूतक काल ग्रहण लगने से पहले ही शुरू हो जाता है। सूर्य ग्रहण में 12 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है। चूंकि सूतक काल को अशुभ माना जाता है इसलिए पूजा-पाठ, धार्मिक अनुष्ठान और शुभ कार्य जैसे कार्यों से परहेज किया जाता है। इस दौरान मंदिर बंद रहते हैं और खाना पकाने या खाने से भी परहेज किया जाता है। ग्रहण के दौरान मंत्रों का जाप किया जाता है और ग्रहण समाप्त होने के बाद लोग गंगा जल से स्नान करते हैं और दान-पुण्य करते हैं। ग्रहण समाप्त होने के बाद पूरे घर को गंगा जल से शुद्ध किया जाता है।
ग्रहण के दौरान परहेज करने योग्य बातें
ग्रहण के दौरान कोई भी शुभ कार्य या पूजा-पाठ करने से बचें। ग्रहण के दौरान न तो खाना पकाएं और न ही कुछ खाएं। गर्भवती महिलाओं को ग्रहण नहीं देखना चाहिए और बाहर जाने से बचना चाहिए। ग्रहण के दौरान तुलसी या अन्य पौधों को न छुएं।
ग्रहण के दौरान करने योग्य बातें
ग्रहण शुरू होने से पहले सूतक काल के प्रभाव को कम करने के लिए खाने-पीने की चीजों में तुलसी के पत्ते डाल दें। ग्रहण के दौरान अपने इष्ट देवी-देवताओं के नाम याद रखें। ग्रहण के प्रभाव को कम करने के लिए मंत्रों का जाप करें। जब ग्रहण समाप्त हो जाए तो पूरे घर में गंगा जल का छिड़काव करें।