Krishna Janmashtami: भारत के 10 प्राचीन कृष्ण मंदिर, जहां मचेगी जन्माष्टमी की धूम
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 23, 2019 07:20 IST2019-08-23T07:20:26+5:302019-08-23T07:20:26+5:30

भगवान कृष्ण द्वारका के राजा थे। इसीलिए यहां उनका प्राचीन मंदिर है।

केरल में स्थित प्राचीन गुरुवायुर मंदिर भी भगवान कृष्ण को समर्पित है। यहां भी जन्माष्टमी की धूम रहेगी।

प्रेम मंदिर वृंदावन में स्थित है। यहां राधा कृष्ण की मनोहारी प्रतिमा है। यहां भी जन्माष्टमी की धूम रहेगी।

राधा रमन मंदिर 500 साल पुराना है इसे गोपाल भट्ट गोस्वामी ने स्थापित किया गया था। यहां जन्माष्टमी धूमधाम से मनाया जाता है।

रंगजी मंदिर मथुरा में स्थित है। यह दक्षिण भारतीय तरीके से बना हुआ है। यहां जन्माष्टमी धूमधाम से मनाया जाएगा।

मदन मोहन मंदिर वृंदावन की पवित्र नगरी में भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित है।

भगवान श्रीकृष्ण का जुगल किशोर मंदिर कुछ इस तरह का दिखता है। यह मंदिर प्राचीन स्थापत्य कला का अच्छा नमूना है।

वृंदावन के बांकेबिहारी मंदिर में साल में एक बार मंगला आरती होती है।

वृंदावन श्री कृष्ण बलराम मंदिर इसे इस्कॉन टेम्पल के नाम से भी जाना जाता है।

यह मंदिर भगवान जगन्नाथ (श्रीकृष्ण) को समर्पित है। यह भारत के ओडिशा राज्य के तटवर्ती शहर पुरी में स्थित है।

















