मां लक्ष्मी की जानिए कैसे हुई उत्पत्ति और क्या है इससे जुड़ी धार्मिक कथा-PHOTOS By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: June 26, 2020 9:43 AMOpen in App1 / 7 शुक्रवार का दिन देवी मां लक्ष्मी को समर्पित होता है। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा-उपासना की जाती है। मां लक्ष्मी को धन की देवी भी कहा जाता है। धार्मिक मान्यता है कि मां इतनी चंचल है कि वह किसी एक जगह पर अधिक समय तक नहीं रुकती है।2 / 7 मां की कृपा पाने के लिए व्यक्ति को निरंतर इनकी पूजा-उपासना करनी चाहिए। मां लक्ष्मी, भगवान विष्णु की अर्धांग्नी हैं और क्षीर सागर में उनके साथ रहती है। जबकि देवी मां दुर्गा उनकी मां है।3 / 7विष्णु पुराण के अनुसार, चिरकाल में एक बार ऋषि दुर्वासा ने स्वर्ग के देवता राजा इंद्र को सम्मान में फूलों की माला दी, जिसे राजा इंद्र ने अपने हाथी के सिर पर रख दिया। हाथी ने फूलों की माला को पृथ्वी पर फेंक दिया।4 / 7यह देख ऋषि दुर्वासा क्रोधित हो उठे और उन्होंने राजा इंद्र को शाप दिया कि आपके इस अहंकार की वजह से आपका पुरुषार्थ क्षीण हो जाएगा और आपका राज-पाट छिन जाएगा।5 / 7इसके बाद कालांतर में दानवों का आतंक इतना बढ़ गया कि तीनों लोकों पर दानवों का आधिपत्य हो गया। इस वजह से राजा इंद्र का सिहांसन भी छिन गया। तब देवतागण भगवान विष्णु के शरण में जा पहुंचे। 6 / 7भगवान ने देवताओं को समुद्र मंथन की सलाह देते हुए कहा कि इससे आपको अमृत की प्राप्ति होगी, जिसका पान करने से आप अमर हो जाएंगे। इस अमरत्व की वजह से आप दानवों को युद्ध में परास्त करने में सफल होंगे7 / 7भगवान के वचनानुसार, देवताओं ने दानवों के साथ मिलकर क्षीर सागर में समुद्र मंथन किया, जिससे 14 रत्न सहित अमृत और विष की प्राप्ति हुई। इस समुद्र मंथन से मां लक्ष्मी की भी उत्पत्ति हुई, जिसे भगवान विष्णु ने अर्धांग्नी रूप में धारण किया। और पढ़ें Subscribe to Notifications