छत्रपति शिवाजी राष्ट्रीयता के जीवंत प्रतीक और परिचारक थे, मुगल सम्राट के खिलाफ कई युद्ध किए By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 19, 2020 12:52 PMOpen in App1 / 8स्वतंत्रता एक वरदान है, जिसे पाने का अधिकारी हर कोई है।2 / 8एक छोटा कदम छोटे लक्ष्य पर, बाद मे विशाल लक्ष्य भी हासिल करा देता है।3 / 8जब हौसले बुलन्द हो, तो पहाङ भी एक मिट्टी का ढेर लगता है।4 / 8जब लक्ष्य जीत की हो, तो हासिल करने के लिए कितना भी परिश्रम, कोई भी मूल्य, क्यो न हो उसे चुकाना ही पङता है।5 / 8सर्वप्रथम राष्ट्र, फिर गुरु, फिर माता-पिता, फिर परमेश्वर।अतः पहले खुद को नही राष्ट्र को देखना चाहिए।6 / 8कभी अपना सर मत झुकाओ, हमेशा उसे ऊँचा रखो.7 / 8शत्रु को कमजोर न समझो, तो अत्यधिक बलिष्ठ समझ कर डरो भी मत।8 / 8अगर मनुष्य के पास आत्मबल है, तो वो समस्त संसार पर अपने हौसले से विजय पताका लहरा सकता है। और पढ़ें Subscribe to Notifications