1 / 10महाराष्ट्र में कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर बेहद साधारण तरीके से गणपति प्रतिमाओं का मंगलवार को विसर्जन किया गया।2 / 10दस दिन तक चले गणपति उत्सव के समापन पर आयोजित कार्यक्रमों में इस बार पिछले वर्षों की तरह जुटने वाले भक्तों की भीड़ नदारद रही।3 / 10‘अनंत चतुर्दशी’ के मौके पर प्रतिमा विसर्जन कार्यक्रम को सकुशल संपन्न कराने के लिए जहां बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने विशेष इंतजाम किए हैं, वहीं शहर में 35,000 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।4 / 10एक अधिकारी ने बताया कि मंगलवार दोपहर तक गणेश की 492 प्रतिमा अलग-अलग विसर्जन स्थलों पर विसर्जित की गईं। इनमें से 16 सार्वजनिक पंडाल जबकि 476 घर में स्थापित की गई प्रतिमाएं थीं।5 / 10हैदराबाद : श्रद्धालु गणपति विसर्जन करते हुए। कोरोना से एहतियात के लिए भिन्न-भिन्न राज्यों में गणपति विसर्जन के लिए गाइडलाइंस जारी हैं।6 / 10अधिकारी ने बताया कि पुलिस विभाग की कई शाखाएं और सुरक्षा कर्मी सड़कों पर मुस्तैद हैं और करीब 5,000 सीसीटीवी कैमरों की मदद से विसर्जन प्रक्रिया पर करीब से नजर रख जा रही है। भीड़ से बचने के लिए पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे विसर्जन स्थल के बदले अपने घरों में ही आरती करें। 7 / 10राज्य रिजर्व पुलिस बल (एसआरपीएफ), दंगा नियंत्रण इकाई, त्वरित कार्यबल (आरएएफ) और होमगार्ड समेत पुलिस विभाग की विभिन्न शााखाएं मंगलवार को सड़कों पर हैं।8 / 10यह दस दिवसीय गणेशोत्सव का समापन होता है। अधिकारी ने कहा, ‘‘ उसके बजाय, लोगों से बाहर निकलने से पहले ही अपने घरों में ‘आरती’ का रस्म पूरा कर लेने को कहा गया है।’’9 / 10भगवान गणेश का उत्सव का आयोजन करने वाले मंडलों और संगठनों को एक दूसरे से दूरी बनाने और मास्क पहनने जैसे कोविड-19 नियमों का कड़ाई से पालन करने निर्देश दिया गया है। बृहन्मुम्बई महानगरपालिका द्वारा निर्धारित 169 स्थानों पर मूर्ति विसर्जन होगा।10 / 10मुंबई : जुहू बीच पर कोरोना से एहतियात के लिए जारी दिशानिर्देशों का पालन करते हुए गणपति विसर्जन किया जा रहा है।