कांग्रेस के 'चाणक्य' थे अहमद पटेल, जानिए कैसा रहा सियासी सफर By राजेन्द्र सिंह गुसाईं | Published: November 25, 2020 10:10 AMOpen in App1 / 10कांग्रेस के दिग्गज नेता और सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल का बुधवार (25 नवंबर) की सुबह निधन हो गया। वह 71 वर्ष के थे। अहमद पटेल को कांग्रेस के चाणक्य के रूप में जाना जाता था। उनके निधन से कांग्रेस पर भारी क्षति पहुंची है।2 / 10अहमद पटेल का जन्म गुजरात के भरूच जिले के पिरामण गांव में 21 अगस्त 1949 को हुआ था। उनके पिता सामाजिक कार्यों से जुड़े थे। 3 / 10अहमद पटेल छात्र जीवन में ही कांग्रेस पार्टी के छात्र विंग 'यूथ कांग्रेस' से जुड़ गए थे। कांग्रेस से जुड़ा उनका ये नाता ताउम्र रहा। इसके बाद वे आगे चलकर राजनीति के करियर में तीन बार लोक सभा सांसद और पांच बार राज्य सभा सांसद रहे।4 / 10अहमद पटेल ने पहला लोकसभा चुनाव 1977 में भरूच सीट से लड़ा था। वो चुनाव इमरजेंसी के खत्म होने के बाद कराये जा रहे थे और लोगों में कांग्रेस को लेकर बहुत नाराजगी थे। हालांकि, अहमद पटेल ने 62 हजार 879 वोटों से जीत हासिल की। इस समय उनकी उम्र केवल 28 साल थी।5 / 10इसके बाद अहमद पटेल ने 1980 और 1984 में भी भरूच सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। 6 / 10हालांकि, 1989 में उन्हें हार मिली और फिर वे बाद में राज्य सभा के लिए चुन लिए गए। इस बीच 1986 में वे गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष भी बने।7 / 10अहमद पटेल को गांधी परिवार का बेहद करीबी माना जाता था। वह न केवल कांग्रेस और उसके साथ गठबंधन वाली पार्टियों के बीच संवाद में अहम भूमिका निभाते थे बल्कि ये भी कहा गया कि वे पार्टी और 2004 से 2014 तक मनमोहन सिंह सरकार के बीच बड़ी भूमिका निभाते नजर आए। 8 / 10साल 2001 से वे सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार थे।9 / 10कॉरपोरेट से लेकर नेताओं तक उनकी अच्छी पहुंच थी। हालांकि, बीच में कुछ ऐसी भी खबरें आईं कि राहुल गांधी से उनके संबंध बहुत अच्छे नहीं रहे। इसके बावजूद 2019 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले अगस्त 2018 में राहुल ने उन्हें पार्टी के कोषाध्यक्ष के तौर पर बड़ी भूमिका दी।10 / 10मनमोहन सिंह सरकार के समय भले ही 2G स्पेक्ट्रम ऑक्शन स्कैम का मामला हो या फिर जुलाई-2008 में भारत-अमेरिका न्यूक्लियर डील के दौरान लेफ्ट पार्टियों का यूपीए को छोड़ने का प्रकरण, अहमद पटेल ने पर्दे के पीछे से सरकार को बचाने में बड़ी भूमिका निभाई थी। और पढ़ें Subscribe to Notifications