Sunny Deol Birthday: ये हैं सनी देओल के 10 दमदार डायलॉग, जरूर देखें
By संदीप दाहिमा | Updated: October 19, 2019 07:14 IST2019-10-19T07:14:15+5:302019-10-19T07:14:15+5:30

जब ये ढाई किलो का हाथ किसी पे पड़ता है न, तो आदमी उठता नहीं, उठ जाता है।

ये मज़दूर का हाथ है कात्या, लोहा पिघलाकर उसका आकार बदल देता है! ये ताकत ख़ून-पसीने से कमाई हुई रोटी की है. मुझे किसी के टुकड़ों पर पलने की जरूरत नहीं।

अशरफ अली! आपका पाकिस्तान ज़िंदाबाद है, इससे हमें कोई ऐतराज़ नहीं लेकिन हमारा हिंदुस्तान ज़िंदाबाद है, ज़िंदाबाद था और ज़िंदाबाद रहेगा।

उतार कर फेंक दो यह वर्दी और पहन लो बलवंत राय का पट्टा अपने गले में यू बा..... ऑन माई फुट, माई फुट।

तारीख़ पे तारीख़ ,तारीख़ पे तारीख़,तारीख़ पे तारीख़ मिलती रही है मायलार्ड मगर इंसाफ़ नही मिला।

पिंजरे में आकर शेर भी कुत्ता बन जाता है कात्या. तू चाहता है मैं तेरे यहां कुत्ता बनकर रहूं. तू कहे तो काटूं, तू कहे तो भौंकू।

चिल्लाओ मत .. नहीं तो यह केस यहीं रफ़ा दफ़ा कर दूँगा … ना तारीख ना सुनवाई, सीधा इंसाफ़ वो भी ताबड़तोड़।

भैरो सिंह, आज मरने की बात की है, दोबारा मत करना. दुनिया की तारीख़ शाहिद है कि मरकर किसी ने लड़ाई नहीं जीती. लड़ाई जीती जाती है दुश्मन को ख़तम करके।

नहीं! तुम सिर्फ मेरी हो, और किसी की नहीं हो सकती. हम दोनों के बीच अगर कोई आया तो समझो वो मर गया. काजल! इन हाथों ने सिर्फ हथियार छोड़े हैं, चलाना नहीं भूले. अगर इस चौखट पर बारात आई तो डोली की जगह उनकी अर्थियां उठेंगी और सबसे पहले अर्थी उसकी उठेगी जिसके सर पर सेहरा होगा. लाशें बिछा दूंगा, लाशें!

चिल्लाओ मत इंस्पेक्टर, ये देवा की अदालत है और मेरी अदालत में अपराधियों को ऊंचा बोलने की इजाज़त नहीं।

अगर अदालत में तूने कोई बद्तमीजी की तो वहीं मारूंगा. जज ऑर्डर-ऑर्डर करता रहेगा और तू पिटता रहेगा।

















