भारतीय वायुसेना के अधिकारियों के हवाले से ये खबर आई है कि पाकिस्तान से स्वदेश लौटे विंग कमांडर अभिनंदन ने दो मार्च की सुबह इंडियन एयरफोर्स चीफ बीएस धनोआ से मुलाकात हुई है। इस बैठक के बारे में यूं तो कोई ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई है। लेकिन न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक भारतीय वायुसेना के अधिकारी ने यह बताया है कि इंडियन एयरफोर्स चीफ बीएस धनोआ ने विंग कमांडर अभिनंदन से बैठक में पाकिस्तान में उनके साथ कैसा बर्ताव किया गया, इसपर बात की है। भारतीय और पकिस्तान वायुसेना के लड़ाकू विमानों के बीच झड़प के दौरान मिग 21 के गिरने के बाद पायलट पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में उतर गया था। इसके बाद पाकिस्तान ने भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को हिरासत में ले लिया था।
कहा जा रहा है कि पाकिस्तान के नजरबंदी में विंग कमांडर अभिनंदन के 60 घंटे कैसे गुजरे...इसपर विस्तार से चर्चा की गई है। वहीं पश्चिम एयर कमान के चीफ एयर मार्शल आर नंबियार श्रीनगर में किसी भी स्थिति से निपटने की तैयारियों के लिए दो मार्च को जायजा लेने जाएंगे।
60 घंटे बाद पाकिस्तान से वापस लौटे अभिनंदन
विंग कमांडर अभिनंदन ने एक मार्च की रात 9.25 मिनट पर भारत के बॉर्डर सीमा में कदम रखा। ऐसा दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान मीडिया ने जानकर अभिनंदन को भेजने में देरी की थी, क्योंकि वह अभिनंदन का एक वीडियो शूट करना चाहते थे।
भारतीय वायुसेना का कहना है कि अभिनंदन ने पाकिस्तान का एफ-16 लड़ाकू विमान मार गिराया लेकिन उनकी रिहाई से पहले रिकार्ड वीडियो संदेश में इसका कोई उल्लेख नहीं है। पाकिस्तान सरकार ने स्थानीय समयानुसार रात साढे आठ बजे पायलट का वीडियो संदेश स्थानीय मीडिया को जारी किया। इस वीडियो में अभिनंदन ने बताया कि उसे कैसे पकड़ा गया।
कैसे पाकिस्तान पहुंचा विंग कमांडर अभिनंदन
भारतीय और पकिस्तान वायुसेना के लड़ाकू विमानों के बीच झड़प के दौरान मिग 21 के गिरने के बाद पायलट पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में उतर गया था। इसके बाद पाकिस्तान ने भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को हिरासत में ले लिया था। भारत ने बुधवार को पाकिस्तान के कार्यवाहक उच्चायुक्त को तलब कर आईएएफ पायलट की तत्काल रिहाई की मांग की थी।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को संसद में एक विशेष बैठक को संबोधित करते हुए पायलट को शुक्रवार को रिहा करने की घोषणा की थी। सरकार ने कहा था कि सुरक्षा कारणों के चलते पायलट को भारतीय अधिकारियों को सौंपे जाने का समय या स्थान नहीं बताया गया है। वहीं कूटनीतिक सूत्रों ने बताया कि लाहौर में वाघा सीमा के पास पायलट को भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों के हवाले किया जाएगा।