जयपुर : भारत-बाजा मोटरस्पोर्ट्स रैली से पहले जैसलमेर में एक रेगिस्तान में चल रहे अभ्यास के दौरान 34 वर्षीय बाइकर की रहस्यमय तरीके से मौत के तीन साल बाद, पुलिस ने उसके दो दोस्तों और उसकी पत्नी की घटना में मिलीभगत बताई । पुलिस ने तीनों पर हत्या को अंजाम देने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया ।
पुलिस ने बताया कि बाइकर असबक मोन के दोस्तों संजय और विश्वास को 22 सितंबर को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया था और यहां लाया गया था । पुलिस ने कहा कि मोटरस्पोर्ट्स इवेंट से पहले रेगिस्तान में एक अभ्यास के दौरान 16 अगस्त, 2018 को मोन की मृत्यु हो गई थी । पुलिस ने कहा, शुरू में कहा गया था कि वह रेगिस्तान में अपना रास्ता खो चुका था और संदेह था कि पानी न मिलने के कारण उसकी मृत्यु हो गई थी ।
उसकी पत्नी को भी किसी गड़बड़ी का शक नहीं था और पुलिस ने सीआरपीसी के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज कर मामला बंद कर दिया था ।पिछले साल जैसलमेर के पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने पुराने मामलों की जांच करते हुए बाइकर की मौत से जुड़ी घटना में कई विसंगतियां पाईं, जिसके बाद मामले को फिर से खोल दिया गया ।
जैसलमेर के अतिरिक्त अधीक्षक पुलिस नरेंद्र चौधरी ने कहा विसंगतियों में बाइकर की पत्नी और उसके दोस्तों के अपर्याप्त प्रयास शामिल थे, जिनके साथ वह रेगिस्तान में चल रहे अभ्यास पर गया था । दरअसल फोटो में मृत शरीर पर चोट के निशान पाए गए और घटना स्थल पर मोटरसाइकिल ठीक से खड़ी थी । इन सभी बातों ने पुलिस को हत्या की ओर इशारा किया ।
उन्होंने कहा, मोन की पत्नी और दोस्तों के कॉल रिकॉर्ड और उनके व्यवहार ने भी संदेह पैदा किया । उन्होंने कहा, केरल के कुन्नूर से मोन के परिवार के सदस्य भी इस घटना में रो रहे थे, जिसके बाद दिसंबर 2020 में हत्या का मामला दर्ज किया गया था और उसके दो दोस्तों को गिरफ्तार किया गया था ।पुलिस मोन के कुछ अन्य दोस्तों की भी तलाश कर रही है, जो उसकी पत्नी और तीन अन्य दोस्तों साबिक, नीरज और संतोष के साथ रैली में भाग लेने के लिए जैसलमेर आए थे ।