भारत की सबसे बड़ी जाँच एजेंसी केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) के नंबर एक (निदेशक आलोक वर्मा) और नंबर दो (विशेष निदेशक राकेश अस्थाना) के बीच चल रही लड़ाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'दरबार' तक पहुँच चुकी है। सोमवार (22 अक्टूबर) को भारतीय इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ ख़ुद सीबीआई ने अपने ही मुख्यालय पर छापा मारा।
सीबीआई ने स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना पर बीफ़ कारोबारी मोईन क़ुरैशी समेत कई अन्य गंभीर मामलों के आरोपियों से घूस लेने का केस दर्ज किया है। आइए जानते हैं कि कौन हैं राकेश अस्थाना और क्या उनसे जुड़ा पूरा मामला-
राकेश अस्थाना पर क्या आरोप हैं-
राकेश अस्थाना के खिलाफ रिश्वत लेने के मामले में एफआईआर दर्ज की है। राकेश पर सीबीआई के (CBI) के नंबर एक निदेशक आलोक वर्मा को फंसाने के लिए आरोप है। इस पूरे मामले में सीबीआई ने अपने चीफ( आलोक वर्मा) का पक्ष को लेकर जांच शुरू कर दी है।
सीबीआई ने सोमवार को दो करोड़ रुपए की रिश्वतखोरी के आरोप में अपने डीएसपी देवेंद्र कुमार को भी गिरफ्तार किया। इस दौरान सीबीआई टीम ने अपने मुख्यालय में डीएसपी के ऑफिस की छानबीन की थी। इसी मामले में एजेंसी में नंबर दो पोजिशन पर बैठे स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना के खिलाफ भी एक दिन पहले ही एफआईआर दर्ज की गई थी। डीएसपी देवेंद्र कुमार बीफ़ कारोबारी मोईन क़ुरैशी वाले केस की जांच कर रहे थे। इस जांच के लिए बनाई गई एसआईटी टीम का नेतृत्व राकेश अस्थाना कर रहे थे।
कौन हैं IPS राकेश अस्थाना?
राकेश अस्थान गुजरात कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं। राकेश अस्थाना का जन्म नौ मार्च 1961 में रांची में हुआ था। राकेश अस्थाना ने 1971 में प्रसिद्ध नेतरहाट स्कूल से 10वीं की पढ़ाई की। अस्थाना ने रांची के सेंट जेवियर्स से स्नातक करने के बाद दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी से उच्च-शिक्षा ली।
राकेश अस्थाना ने कुछ समय तक जेवियर्स कॉलेज, रांची में लेक्चरर के तौर पर काम किया। अस्थाना ने 1984 में लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा में पहले प्रयास में सफलता हासिल की। वो भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के लिए सेलेक्ट हुए और उन्हें गुजरात कैडर मिला। साल 1994 में उनको सीबीआई में ट्रांसफर किया गया।
अप्रैल 2016 को राकेश अस्थाना को सीबीआई में अतिरिक्त निदेशक नियुक्त किया गया। 22 अक्टूबर 2017 में जब उनका कार्यकाल पूरा हो गया तो नरेंद्र मोदी सरकार ने उन्हें एक साल का सेवा विस्तार देते हुए स्पेशल डायरेक्टर नियुक्त किया। वर्तमान में वह सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर ही हैं। इससे पहले वह सीबीआई में अतिरिक्त निदेशक रह चुके थे। राकेश ज्यादातर जांच के लिए बनाई गई एसआईटी टीम को नेतृत्व करते हैं।
नरेंद्र मोदी और अमित शाह से राकेश अस्थाना का कनेक्शन
राकेश अस्थाना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के करीबी माने जाते हैं। राकेश वडोदरा और सूरत के पुलिस कमिश्नर रहे चुके हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पीएम मोदी और अमित शाह का विश्वास अस्थाना पर तब से है जब नरेन्द्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री और अमित शाह राज्य के गृह मंत्री थे। खबरों के मुताबिक शायद इसी वजह से जैसे केन्द्र में बीजेपी की सरकार आई राकेश अस्थाना को सीबीआई स्पेशल डायरेक्टर के तौर पर नियुक्त किया गया।
राकेश अस्थाना की सीबीआई में नियुक्ति पर उठे थे सवाल
अस्थाना को सीबीआई का स्पेशल डायरेक्टर बनाए जाने को लेकर 2017 में सुप्रीम कोर्ट में याचिका डालकर एक एनजीओ ने चुनौती भी दी थी। याचिका में कहा गया था कि सीबीआई निदेशक की इच्छा के विरुद्ध जाकर सरकार और चुनाव समिति ने अस्थाना की सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर पद पर नियुक्ति किया है। बता दें कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने अस्थाना को सीबीआई का स्पेशल डायरेक्टर के लिए सीबीआई के नंबर एक निदेशक आलोक वर्मा की सलाह नहीं ली थी।
अहम मामले जिनसे जुड़े रहे राकेश अस्थाना
- चारा घोटाला के केस को लेकर ही राकेश अस्थान पहली बार चर्चा में आए थे। 1994 में वह बिहार के धनबाद( जो वर्तमान में झारखंड में है) बतौर सीबीआई एसपी आए। और उन्हें चारा घोटाले केस की जांत सौंपी गई। 1996 में उन्होंने चारा घोटाले के मुख्य आरोपी लालू यादव के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी। राकेश के 1997 में पहली बार लालू यादव अरेस्ट किया था।
- गोधरा कांड- गुजरात के गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस आग लगने वाली केस की जॉंच के लिए बनी एसआईटी का नेतृत्व राकेश अस्थाना ने ही किया था। इस गोधरा कांड में 59 लोगों की मौत हुई थी। इन्होंने 22 दिनों में ही केस को सुलझा दिया था।
- अहमदाबाद ब्लास्ट - अहमदाबाद में 2008 में हुए सीरियल ब्लास्ट के केस की जॉंच भी राकेश अस्थान ने की है।
- आसाराम केस- आसराम के रेप के आरोपों की जांच के लिए जो टीम बनी थी, उसकी जांच भी अस्थाना ने ही की थी।
- विजय माल्या और अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले जैसे मामले की जांच भी राकेश अस्थाना के पास ही है।
देश के इन प्रमुख जगहों पर रहे हैं पोस्टेड
- 1984 से 1992 तक गुजरात के वडोदरा और सूरत के अस्थाना पुलिस कमिश्नर रहे हैं।
- राकेश अस्थाना 1994-2001 तक धनबाद में बतौर सीबीआई एसपी रहे।
- 2001 से 2002 तक रांची में सीबीआई डीआईजी रहे।
- राकेश ने पटना और कोलकता के सीबीआई डीआईजी का अतिरिक्त प्रभार भी सम्भाला है।