पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पांच दिनों से हड़ताल कर रहे डॉक्टरों की सभी मांगों को मानते हुए उनसे काम पर लौटने की अपील की है. उन्होंने हिंसा की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि इस मामले का जल्द समाधान होगा. ममता ने शनिवार को भी डॉक्टरों को राज्य सचिवालय में बैठक के लिए बुलाया था, लेकिन डॉक्टरों ने उनका आमंत्रण ठुकरा दिया. डॉक्टरों ने मुख्यमंत्री को एनआरएस मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में खुले में बातचीत करने को कहा था.
16 Jun, 19 10:01 AM
बंगाल में कैसे शुरू हुआ विवाद
मृतक के परिजनों ने दावा किया है कि सईद रविवार (9 जून) को बेहोश हो गए थे। उन्हें एनआरएस अस्पताल में भर्ती कराया गया। सोमवार की शाम पांच बजे एक डॉक्टर की कॉल के बाद वो अस्पताल पहुंचे। सईद के पोते तैय्यब ने बताया कि दादा हांफ रहे थे। ऐसे में घर के किसी सदस्य ने डॉक्टर का हाथ खींचा और इलाज करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि जब हम सीनियर डॉक्टर के पास गए तो उन्होंने हमें बाहर निकाल दिया। मेरे दादा की मौत हो गई लेकिन डॉक्टरों ने शव देने से मना कर दिया। मैंने दो बार माफी मांगी। लेकिन उन्होंने एक ना सुनी और हॉकी-डंडा लेकर हमारा पीछा करने लगे। इसके बाद हमारे घर के आस-पास के और लोग इकट्ठा हो गए और करीब आधी रात को संघर्ष शुरू हो गया।
16 Jun, 19 08:06 AM
बनर्जी के साथ बातचीत को तैयार, स्थान बाद में तय करेंगे : हड़ताली डॉक्टरों ने कहा
पश्चिम बंगाल में जारी गतिरोध के दूर होने के आसार शनिवार रात नजर आए जब आंदोलन कर रहे डॉक्टरों ने कहा कि वे प्रदर्शन खत्म करने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बातचीत को तैयार हैं लेकिन मुलाकात की जगह वे बाद में तय करेंगे।
इससे पहले शाम में उन्होंने राज्य सचिवालय में बनर्जी के साथ बैठक के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था और इसकी बजाए उनसे गतिरोध सुलझाने को लेकर खुली चर्चा के लिए एनआरएस मेडिकल कॉलेज अस्पताल आने को कहा था। शनिवार देर रात जूनियर डॉक्टरों के संयुक्त फोरम ने संवाददाता सम्मेलन बुलाया।
फोरम के प्रवक्ता ने कहा, “हम हमेशा से बातचीत के लिए तैयार हैं। अगर मुख्यमंत्री एक हाथ बढ़ाएंगी तो हम हमारे 10 हाथ बढ़ाएंगे.. हम इस गतिरोध के खत्म होने की तत्परता से प्रतीक्षा कर रहे हैं।” प्रदर्शनरत डॉक्टरों ने कहा कि वे बैठक के लिए प्रस्तावित स्थान को लेकर अपने संगठन के फैसले का इंतजार करेंगे।
16 Jun, 19 08:00 AM
गृह मंत्रालय ने डॉक्टरों की हड़ताल पर ममता बनर्जी से मांगी रिपोर्ट
पश्चिम बंगाल को लेकर भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच राजनीतिक लड़ाई बढ़ती दिख रही है. इसकी वजह यह है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आज पश्चिम बंगाल सरकार से राज्य में चल रही राजनीतिक हिंसा पर एक बार फिर रिपोर्ट मांगी है. अमित शाह के गृह मंत्री बनने के बाद गृह मंत्रालय ने दूसरी बार पश्चिम बंगाल को लेकर एडवाइजरी जारी की है.
इसके साथ ही राज्य से डॉक्टरों की हड़ताल को लेकर भी विस्तृत जवाब मांगा है. गृह मंत्रालय ने ममता बनर्जी सरकार से पूछा है कि डॉक्टरों की हड़ताल खत्म करने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं.
16 Jun, 19 08:00 AM
5 घंटे प्रतीक्षा करती रहीं ममता
ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य सरकार ने निजी अस्पताल में भर्ती जूनियर डॉक्टर के इलाज का पूरा खर्च उठाने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा, ''मैंने कल और आज अपने मंत्रियों, चीफ सेके्र टरी को डॉक्टरों से मिलने के लिए भेजा था, उन्होंने 5 घंटे तक इंतजार किया, लेकिन वे नहीं आए. आपको संवैधानिक संस्था को सम्मान देना होगा. हमने एक भी व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं किया. हम कोई बल प्रयोग नहीं करेंगे और न ही मैं कोई कड़ी कार्रवाई करने जा रही हूं.''