नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में चंद महीने बाकी हैं. कांग्रेस प्रदेश में अपनी स्थिति मजबूत करने की लगातार कोशिश कर रही है. इसी बीच पूर्व कानून मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद की किताब 'Sunrise over Ayodhya' ने सियासी बवाल खड़ा कर दिया है.
खुर्शीद ने यह किताब अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर लिखी है. खुर्शीद ने अपनी किताब में एक तरफ अयोध्या पर फैसले को सही ठहराते हुए इस मुद्दे से आगे बढ़ने की सलाह दी है तो दूसरी तरफ उन्होंने इसमें हिंदुत्व की तुलना आईएसआईएस और बोको हरम जैसे आतंकी संगठनों से कर दी है.
इस तुलना से विवाद खड़ा हो गया है. खुर्शीद की ये किताब बुधवार को लॉन्च हुई और 24 घंटे के अंदर ही उनके खिलाफ दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज हो गई है. खुर्शीद पर आरोप है कि उन्होंने हिंदुत्व को बदनाम करने की कोशिश की है. वहीं हिंदुत्व की तुलना ISIS और बोको हरम से किए जाने से BJP ने कांग्रेस पर हमला बोला हैं.
सलमान खुर्शीद की किताब के जवाब में BJP प्रवक्ता गौरव भाटिया ने सोनिया, राहुल और प्रियंका गांधी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि ये सिर्फ सलमान खुर्शीद या कांग्रेस के कुछ नेताओं की लाइन नहीं बल्कि पूरी कांग्रेस पार्टी की विचारधारा है. ये विचारधारा स्पष्ट कर देती है कि देश के बहुसंख्यक जिनका योगदान देश को अखंड करने में रहा है उनकी भावनाओं को कुचल डालो.
भाटिया ने कहा कि ये सोनिया गांधी और राहुल गांधी के इशारे पर ही बार-बार हो रहा हैं. वहीं महाराष्ट्र में बीजेपी की सहयोगी रही और हिंदुत्व की पैरवी करने वाली शिव सेना ने भी इस मामले में कांग्रेस को आड़े हाथों लिया हैं. कांग्रेस छोड़कर शिव सेना में शामिल हुईं और वर्तमान में राज्य सभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने इसे लेकर कहा कि हिंदुत्व की तुलना आतंकी संगठनों ISIS और बोको हराम से करना हिंदू धर्म को बदनाम करने का एक प्रयास है, प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि हिंदू धर्म में वसुधैव कुटुम्बकम की बात की गई है.
आधी अधूरी जानकारी आपको पुस्तक प्रचार दिला सकती है लेकिन इसके लिए लाखों हिंदुओं की भावनाओं को आहत करना ठीक नहीं हैं.’ सलमान खुर्शीद की किताब पर निशाना साधते हुए मध्य प्रदेश के गृह मंत्री और बीजेपी नेता नरोत्तम मिश्रा ने इसे टुकड़े-टुकड़े गैंग के समर्थकों का काम बताया.
अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर सलमान खुर्शीद ने कहा है कि अयोध्या विवाद को लेकर समाज में बंटवारे की स्थिति थी. सुप्रीम कोर्ट ने उसका समाधान निकाला. ये ऐसा फैसला है कि जिससे ये ना लगे कि हम हारे, तुम जीते.