भुवनेश्वर, 11 अक्टूबरः बंगाल की खाड़ी पर बने दबाव के कारण आया चक्रवाती तूफान 'तितली' 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। गुरुवार को यह ओडिशा के तटवर्ती इलाकों में पहुंच गया। आज तड़के गोपालपुर में इसका भयानक रूप देखने को मिला। यहां 102 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। इसके चलते कई पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए। ओडिशा सरकार ने 18 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। सभी स्कूल और कॉलेजों को बंद करने की घोषणा कर दी गई है। बृहस्पतिवार को होने वाले कॉलेज छात्रसंघ चुनाव भी स्थगित कर दिए गए हैं।
'Titli' Cyclone LIVE Updates:-
- आंध्र प्रदेश में तितली तूफान से सात लोगों की मौत हो चुकी है।
- आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम में तितली तूफान का ताजा वीडियो। यहां देखेंः-
- तितली तूफान में फंसने की स्थिति में क्या करें और क्या नहीं? देखिए इस वीडियो में-
- तितली तूफान के चलते एक नांव पलट गई। बचाव दल ने उसमें सवार सभी पांच लोगों को निकाल लिया है। तटवर्ती इलाके बुरी तरह प्रभावित हैं।
- तितली तूफान ने आंध्र प्रदेश के तटवर्ती इलाकों को भी बुरी तरह प्रभावित किया है। यहां देखिए, सुबह के विजुअल्स। कैसे जमींदोज हो गए पेड़ और घर।
- चक्रवाती तूफान 'तितली' के मद्देनजर 11 और 12 अक्टूबर को भुवनेश्वर, कटक, ढेंकनाल, संभलपुर, खुर्दा और बेरहमपुर में होने वाली रेलवे भर्ती बोर्ड की परीक्षा रद्द कर दी गई है। नई तारीख और जगह का विवरण अभ्यर्थियों को उनके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और ई-मेल पर भेज दिया जाएगा।
3 लाख लोग सुरक्षित निकाले गए
राज्य सरकार ने पांच तटीय जिलों के निचले क्षेत्रों से तीन लाख से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। पूरी तरह चौकस ओड़िशा सरकार ने इस आपदा का सामना करने के लिए अपनी पूरी मशीनरी झोंक दी है। यह तूफान बृहस्पतिवार तड़के गोपालपुर के समीप पहुंच सकता है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा, ‘‘इस भयंकर चक्रवात के मद्देनजर हमने पहले ही तीन लाख लोगों को वहां से खाली करा दिया है तथा और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सकता है। ’’
एनडीआरएफ की टीमें तैनात
मुख्य सचिव ए पी पाधी ने कैबिनेट सचिव पी के सिन्हा को वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से बताया कि राज्य ने स्थिति से निबटने के लिए सभी एहतियाती कदम उठाए हैं। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की 15 टीमों में 13 ओडि़शा आपदा मोचन बल के साथ संकट संभावित क्षेत्रों में तैनात की गयी हैं।
मौसम विभाग ने कहा कि 140 से 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाएं ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटों पर 165 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती हैं और इनके साथ बारिश होगी। मुख्य सचिव ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘हमने अभी तक सेना की मदद नहीं मांगी है। अगर जरूरत पड़ी तो हम सहायता मांगेंगे।’’
समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट्स लेकर