Heatwave Alert: अप्रैल-जून में 10-20 दिन लू चलने की आशंका, आईएमडी ने कहा- गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान, मप्र, ओडिशा में सबसे अधिक असर
By सतीश कुमार सिंह | Published: April 1, 2024 05:49 PM2024-04-01T17:49:56+5:302024-04-01T18:10:49+5:30
Weather Update: अप्रैल-जून के दौरान भारत के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर रहने का अनुमान है : भारत मौसम विज्ञान विभाग।
Heatwave Alert: भारत मौसम विज्ञान विभाग ने प्रेस कांफ्रेंस कर मौसम की जानकारी दी। आईएमडी का कहना है कि अप्रैल-जून में 10-20 दिन लू चलने की आशंका है। मई तक अल नीनो की स्थिति बनी रहेगी। अप्रैल 2024 के महीने के लिए, देश के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। हालाँकि, पूर्व, उत्तर-पूर्व और उत्तर-पश्चिम भारत के इक्का-दुक्का इलाकों में अधिकतम तापमान सामान्य या सामान्य से नीचे रहने की संभावना है। पश्चिमी हिमालय क्षेत्र, पूर्वोत्तर राज्यों और उत्तरी ओडिशा के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान के सामान्य या सामान्य से नीचे रहने की संभावना है। अप्रैल-जून की अवधि के दौरान मैदानी इलाकों के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक गर्म हवा चलने का अनुमान है।
Updated Seasonal outlook for hot weather season (April to June) 2024 and Monthly Outlook for April 2024 for Heatwave days / ग्रीष्म ऋतु (अप्रैल से जून) 2024 के लिए अद्यतन ऋतुनिष्ठ दृष्टिकोण और उष्ण लहर/हीट वेव दिन के लिए अप्रैल 2024 का मासिक आउटलुक
— India Meteorological Department (@Indiametdept) April 1, 2024
• अप्रैल 2024 के दौरान, दक्षिण प्रायद्वीप के कई हिस्सों और उससे सटे उत्तर-पश्चिम मध्य भारत और पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों और उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में सामान्य से अधिक उष्ण लहर/हीट वेव दिन रहने की संभावना है। pic.twitter.com/SkEsT9EcZM— India Meteorological Department (@Indiametdept) April 1, 2024
आईएमडी महानिदेशक मृत्युंजय मोहपात्रा ने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में अप्रैल-जून अवधि के दौरान सामान्य तौर पर चार से आठ दिन के लू दिवस की तुलना में 10 से 20 दिन तक लू चलने का अनुमान है। गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, उत्तरी कर्नाटक, राजस्थान, मध्य प्रदेश, ओडिशा, उत्तरी छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश में लू का सबसे अधिक असर होने का अनुमान है।
इस साल देश में अप्रैल के अंत से प्रतिकूल मौसम परिस्थितियां उत्पन्न होने का पूर्वानुमान है और संयोग से इसी दौरान लोकसभा चुनाव भी हैं। केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरेन रीजीजू ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि ऐसे में सभी हितधारकों के लिए पहले से तैयारी करना महत्वपूर्ण है। मंत्री ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हमें आने वाले ढाई महीने प्रतिकूल मौसम का सामना करना पड़ेगा।
संयोग से इसी दौरान आम चुनाव भी हैं, जिसमें लगभग एक अरब लोगों के मतदान करने की उम्मीद है।’’ रीजीजू ने कहा कि उन्होंने भीषण गर्मी के पूर्वानुमान के बीच चुनावों के मद्देनजर हितधारकों के साथ एक उपयोगी बैठक की है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकारों सहित सभी हितधारकों ने व्यापक तैयारी की हैं। उन्होंने कहा, ‘‘यह हम सभी के लिए बहुत चुनौतीपूर्ण होने वाला है। चूंकि हम दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाले देश हैं और प्रतिकूल मौसम झेलना पड़ता है, इसलिए पहले से तैयारी करना बेहद जरूरी हो जाता है।’’