EC कार्यालय के बाहर धरना देने पर डेरेक ओ'ब्रायन, डोला सेन और सागरिका घोष समेत अन्य टीएमसी नेताओं को हिरासत में लिया गया
By रुस्तम राणा | Published: April 8, 2024 06:22 PM2024-04-08T18:22:53+5:302024-04-08T18:26:28+5:30
टीएमसी नेता केंद्रीय एजेंसियों - केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई), प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और आयकर विभाग के वर्तमान प्रमुखों को हटाने की मांग को लेकर धरना दे रहे थे।
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में चुनाव आयोग कार्यालय के बाहर 24 घंटे का धरना देने के लिए सोमवार को तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को हिरासत में लिया गया है। टीएमसी नेता केंद्रीय एजेंसियों - केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई), प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और आयकर विभाग के वर्तमान प्रमुखों को हटाने की मांग को लेकर धरना दे रहे थे।
टीएमसी के 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल डेरेक ओ'ब्रायन, मोहम्मद नदीमुल हक, डोला सेन, साकेत गोखले और सागरिका घोष, विधायक विवेक गुप्ता, पूर्व सांसद अर्पिता घोष, शांतनु सेन और अबीर रंजन विश्वास, और पार्टी के छात्र विंग वेस्ट बंगाल के उपाध्यक्ष सुदीप राहा ने अपनी मांग पर जोर देने के लिए चुनाव आयोग की पूर्ण पीठ से मुलाकात के बाद विरोध प्रदर्शन किया।
ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी के अनुसार, वे आम चुनाव से पहले अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को "गलत तरीके से डराने-धमकाने" के लिए भाजपा द्वारा एनआईए के "दुरुपयोग" का मुद्दा उठा रहे हैं। टीएमसी ने एक्स पर लिखा, "हम अपने लोकतंत्र की पवित्रता को नुकसान पहुंचाने के ऐसे असंवैधानिक प्रयासों को बर्दाश्त नहीं करेंगे और ऐसी गतिविधियों को समाप्त करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने के लिए एक साथ खड़े होने की प्रतिज्ञा की है।"
A 10-member delegation of our party visited the office of the @ECISVEEP in Delhi to raise the glaring issue of @BJP4India's utter misuse of NIA to wrongfully intimidate our party workers ahead of the LS Elections.
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) April 8, 2024
We shall not tolerate such unconstitutional attempts to harm the… pic.twitter.com/aBouSVqnBh
टीएमसी सांसद डोला सेन ने मीडिया से कहा, ''भाजपा हमारे खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। जिस तरह से एनआईए, ईडी और सीबीआई काम कर रही है और टीएमसी नेताओं को निशाना बना रही है वह शर्मनाक है। हम चुनाव आयोग से सभी राजनीतिक दलों के लिए समान अवसर सुनिश्चित करने का अनुरोध करते हैं।'' टीएमसी नेताओं का यह विरोध तब आया है जब बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी आरोप लगा रही है कि केंद्रीय जांच एजेंसियां भाजपा के नेतृत्व वाले केंद्र के इशारे पर विपक्षी दलों को निशाना बना रही हैं।