सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा पर सवाल उठाने वाले चार वरिष्ठ न्यायाधीश जस्टिस जे चेलेश्वरम, जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस मदन बी लोकुर और जस्टिस कूरियन जोसेफ ने बुधवार (17 जनवरी) देर शाम सर्वोच्च अदालत के दो अन्य न्यायधीशों से मुलाकात करके मौजूदा गतिरोध के "समाधान" को लेकर चर्चा की। इंडियन एक्सप्रेस को सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन चार जजों ने सुप्रीम कोर्ट में मुकदमों को विभिन्न पीठों को सौंपने का नया "तर्कसंगत, व्यवस्थित रूप में और पारदर्शी व्यवस्था" का खाका तैयार किया है जिसे मुख्य न्यायाधीश को गुरुवार (18 जनवरी) को सौंपा जा सकता है।
जस्टिस जस्टिस जे चेलमेश्वर, जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस मदन बी लोकुर और जस्टिस कूरियन जोसेफ ने 12 जनवरी को प्रेस वार्ता करके सुप्रीम कोर्ट में मामलों को विभिन्न पीठों को सुनवाई के लिए आवंटित करने पर सवाल उठाया था। प्रेस वार्ता में जस्टिस गोगोई ने इशारा किया था कि जज बीएच लोया की मौत की जाँच से जुड़ी पीआईएल की सुनवाई को लेकर चीफ जस्टिस से उनके मतभेद हैं। चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने जज लोया की मौत का मामला जस्टिस अरुण मिश्रा की पीठ को सौंपा था। माना जा रहा है कि चार जजों को इस पर ऐतराज था। सवाल उठाने वाले चारों जज सुप्रीम कोर्ट के पाँच वरिष्ठतम जस्टिस हैं। न्यायाधीश अरुण मिश्रा वरिष्ठता क्रम में 10वें न्यायाधीश हैं।