UP Election 2022: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने में महज कुछ ही महीने शेष बचे हैं। ऐसे में प्रदेश की सियासत काफी गरमा गई है। चुनावी माहौल का तापमान तब और बढ़ गया जब बीजेपी के 3 मंत्री समते 14 विधायकों ने एक के बाद एक पार्टी से नाता तोड़ लिया और इस्तीफा दे दिए।
इस बीच यूपी के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने इस्तीफे देनेवाले विधायकों पर काफी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि 5 सालों तक ये लोग बीजेपी के साथ रहकर मलाई खाने का काम किया है। विधायकों के पार्टी छोड़ने के सवाल पर यूपी मंत्री ने कहा कि कुछ लोग निजी फायदे के लिए जा रहे हैं तो कुछ को इस बात का डर है कि उन्हें उनके पसंदीदा निर्वाचन क्षेत्र से टिकट नहीं मिलेगा।
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, इन विधायकों के बीजेपी छोड़ने के कई कारण हैं, कुछ अपने निजी फायदे के लिए जा रहे हैं, दूसरों को डर है कि उन्हें अपनी पसंद के निर्वाचन क्षेत्र से टिकट नहीं मिलेगा... लोगों ने 5 साल तक बीजेपी के साथ रहकर मलाई खाने का काम किया।
यूपी मंत्री ने ये भी कहा कि राज्य में ओबीसी और दलितों को गुमराह किया जा रहा है। सिद्धार्थ नाथ ने कहा कि राज्य में ओबीसी और दलितों को गुमराह किया जा रहा है। वे (भाजपा छोड़ने वाले विधायक) सपा द्वारा ओबीसी और दलितों के लिए 10 कल्याणकारी योजनाओं की सूची दें। सपा केवल मुसलमानों और यादवों के लिए काम करती है। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि अन्य ओबीसी समुदाय कभी भी एमएंडवाई में शामिल नहीं होंगे।
उधर, इस्तीफा देने के बाद शुक्रवार को योगी सरकार में मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है। योगी सरकार से बगावत कर इस्तीफा देने वाले स्वाम प्रसाद मौर्य ने कुछ पूर्व मंत्रियों के साथ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के समक्ष पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
समाजवादी पार्टी में शामिल होने वालों की लिस्ट में वो विधायक भी शामिल हैं, जिन्होंने पहले बीजेपी से अपना दे दिया था। इन सभी ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव की उपस्थिति में पार्टी कार्यालय में समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। वहीं, शुक्रवार को सपा में शामिल होते ही मौर्य ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आगामी चुनाव में वह उत्तर प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी का सूपड़ा साफ कर देंगे।