जयपुर, 23 दिसम्बर राजस्थान लोकसेवा आयोग (आरपीएससी) के अध्यक्ष और पूर्व पुलिस महानिदेशक भूपेन्द्र सिंह ने अज्ञात लोगों के खिलाफ उनकी छवि धूमिल करने के आरोप में मामला दर्ज करवाया है।
इस मामले में कहा गया है कि कुछ लोग उनके खिलाफ झूठी शिकायतें कर उनकी व आरपीएससी तथा पुलिस महानिदेशक पद की छवि धूमिल कर रहे हैं।
अजमेर के पीपलाज निवासी राजेश कुमार ने कुछ दिन पहले राजभवन को भेजे एक पत्र में भूपेन्द्र सिंह के पुलिस महानिदेशक पद पर रहने के दौरान भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया था। राजभवन ने पत्र को गृह विभाग को भेजा था। उसी पत्र की प्रतिक्रया में सिंह की ओर से मामला दर्ज करवाया गया है।
पूर्व महानिदेशक भूपेन्द्र सिंह ने मंगलवार शाम को दर्ज प्राथमिकी में आरोपों को नकारते हुए इसे निरर्थक बताया है। उन्होंने कहा कि उन्हें बदनाम करने के लिये पत्र को सोशल मीडिया पर वायरल किया गया है।
उन्होंने प्राथमिकी में कहा है कि राज्य में आपराधिक मानसिकता वाले लोगों का एक ऐसा संगठित गिरोह काम कर रहा है जोकि केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा उपलब्ध आसान शिकायत निवारण तंत्र का दुरुपयोग कर संवैधानिक कार्यालयों व वहां के पदधारकों की छवि को धूमिल करता है।
प्राथमिकी के अनुसार, ऐसे लोग जानते हैं कि शिकायतों को नियमित रूप से अग्रेषित किया जाता है और वे इसी का इस्तेमाल मीडिया और सोशल नेटवर्क के जरिए पदधारकों को बदनाम करने के लिए करते हैं।
जयपुर के चित्रकूट थानाधिकारी पन्ना लाल ने बताया कि सिंह की ओर से अज्ञात के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 469,500,501,182 और 120 (बी) के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
उल्लेखनीय है कि भूपेंद्र सिंह को 30 जून 2019 को राजस्थान के पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्होंने इस साल अक्टूबर में सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली और बाद में उन्हें राजस्थान लोक सेवा आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।
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