Republic Day 2022: गणतंत्र दिवस पर टोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता 4 राजपूताना राइफल्स के सूबेदार नीरज चोपड़ा को परम विशिष्ट सेवा पदक से नवाजा गया है। इसके साथ ही 384 लोगों को वीरता पुरस्कार का ऐलान किया गया।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने 73वें गणतंत्र दिवस समारोह की पूर्व संध्या पर सशस्त्र बलों के कर्मियों और अन्य के लिए 384 वीरता पुरस्कारों को मंजूरी दी है। इनमें 12 शौर्य चक्र, 3 बार से सेना पदक (वीरता), 81 सेना पदक (वीरता) और 2 वायु सेना पदक (वीरता) शामिल हैं।
पुरस्कारों में 12 शौर्य चक्र, 29 परम विशिष्ट सेवा पदक, चार उत्तम युद्ध सेवा पदक, 53 अति विशिष्ट सेवा पदक, 13 युद्ध सेवा पदक, तीन बार से विशिष्ट सेवा पदक शामिल हैं। राष्ट्रपति 122 विशिष्ट सेवा पदक, तीन बार सेना पदक (वीरता), 81 सेना पदक (वीरता), दो वायु सेना पदक (वीरता), 40 सेना पदक (कर्तव्य के प्रति समर्पण), आठ नौ सेना पदक विजेताओं को भी सम्मानित करेंगे।
आईटीबीपी के 18 कर्मियों को पुलिस सेवा पदक
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के अठारह कर्मियों को गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर वीरता पदक सहित विभिन्न पुलिस सेवा पदकों से अलंकृत किया गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा मंगलवार को जारी एक अधिसूचना में कहा गया है कि तीन कर्मियों को वीरता के लिए पुलिस पदक (पीएमजी) से सम्मानित किया गया है, तीन को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक और 12 को सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है।
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र में फरवरी, 2018 में एक भीषण मुठभेड़ के दौरान माओवादियों का मुकाबला करने के लिए सहायक कमांडेंट अशोक कुमार, निरीक्षक सुरेश लाल और नीला सिंह की टीम को पीएमजी दिया गया है। इस अभियान में दो वांछित माओवादी मारे गये थे और इस दौरान भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया गया था।
विशिष्ट सेवा पदक पाने वालों में उप महानिरीक्षक (डीआईजी) अजय पाल सिंह हैं, जो 1990 में एक अधिकारी के रूप में इसमें शामिल हुए थे। सिंह वर्तमान में उत्तराखंड के मसूरी में आईटीबीपी अधिकारियों की प्रशिक्षण अकादमी में तैनात हैं। उन्होंने आईटीबीपी की विभिन्न प्रशिक्षण इकाइयों के अलावा अरुणाचल प्रदेश, लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के साथ-साथ जम्मू कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों सेवाएं दी है। डीआईजी रमाकांत शर्मा और जी. सी. उपाध्याय को भी विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया है।