Rajya Sabha polls: पंद्रह राज्यों की 57 राज्यसभा सीटों के लिए 10 जून को चुनाव होंगे। जून और अगस्त महीने के बीच इन सीटों का प्रतिनिधित्व कर रहे सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। इन सदस्यों का कार्यकाल 21 जून से एक अगस्त के बीच समाप्त हो रहा है।
उत्तर प्रदेश के 11 सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है जबकि महाराष्ट्र और तमिलनाडु के छह-छह सदस्य इस अवधि में सेवानिवृत्त हो रहे हैं। जिन अन्य सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है, उनमें पांच बिहार से, चार-चार आंध्र प्रदेश, राजस्थान और कर्नाटक से हैं।
तीन-तीन सदस्य मध्य प्रदेश और ओडिशा से हैं। सेवानिवृत्त हो रहे सदस्यों में दो-दो सदस्य तेलंगाना, छत्तीसगढ़, पंजाब, झारखंड और हरियाणा से हैं जबकि एक सदस्य उत्तराखंड से है। इन चुनावों की अधिसूचना 24 मई को जारी होगी जबकि मतदान 10 जून को होगा।
आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस के चार, ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) के चार और पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) के दो प्रत्याशी निर्विरोध चुने जाएंगे। हालांकि, उनका निर्वाचन औपचारिक रूप से 3 जून को घोषित किया जाएगा जब नामांकन वापस लेने की समय सीमा समाप्त हो जाएगी।
आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस के चार उम्मीदवारों का राज्य से राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित होना तय है, क्योंकि मंगलवार को नामांकन प्रक्रिया समाप्त हो गई और केवल इन उम्मीदवारों ने ही अपने नामांकन दाखिल किये हैं। चुनाव वास्तव में 10 जून के लिए निर्धारित है, लेकिन अगले महीने खाली हो रही चार सीट के लिए केवल चार ही उम्मीदवार मैदान में हैं।
इसके कारण मतदान की आवश्यकता नहीं होगी। इनमें से तीन उम्मीदवारों ने अंतिम दिन नामांकन पत्र का दूसरा सेट दाखिल किया। आर कृष्णैया ने व्यक्तिगत रूप से अपना दूसरा नामांकन पत्र रिटर्निंग ऑफिसर को सौंपा, जबकि मंत्रियों ए रामबाबू और जे रमेश ने बी. मस्तान राव और एस. निरंजन रेड्डी की ओर से नामांकन पत्र दाखिल किया गया। 25 मई को वी विजयसाई रेड्डी सहित सभी चार उम्मीदवारों ने संसद के उच्च सदन के द्विवार्षिक चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया।
ओडिशा: बीजद के चार उम्मीदवारों ने राज्यसभा चुनाव के लिये नामांकन पत्र दाखिल किये
ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) के चार उम्मीदवारों ने आगामी राज्यसभा चुनाव के लिये मंगलवार को नामांकन पत्र दाखिल किये। सभी उम्मीदवारों ने ओडिशा विधानसभा परिसर में कुछ मंत्रियों और पार्टी के विधायकों की उपस्थिति में निर्वाचन अधिकारी के समक्ष अपने नामांकन पत्र दाखिल किये। इस दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रसन्ना पटासानी और प्रसन्ना आचार्य भी मौजूद थे।
ओडिशा से राज्यसभा सदस्य नेककांति भास्कर राव, प्रसन्ना आचार्य और सस्मित पात्रा का कार्यकाल एक जुलाई को खत्म हो जाएगा जबकि एक अन्य सीट बीजद के सुभाष सिंह के इस्तीफे के चलते खाली है। सिंह ने इस साल मार्च में कटक नगर निगम का महापौर बनने के बाद राज्यसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। राज्यसभा चुनाव के लिये 10 जून को सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे के बीच मतदान होगा और उसी दिन शाम 5 बजे मतगणना होगी।
पंजाब से राज्यसभा की दो सीट के लिए सीचेवाल, साहनी ने दाखिल किया नामांकन पत्र
जाने-माने पर्यावरणविद बलबीर सिंह सीचेवाल और उद्यमी एवं सामाजिक कार्यकर्ता विक्रमजीत सिंह साहनी ने पंजाब से राज्यसभा चुनाव के लिए मंगलवार को नामांकन पत्र दाखिल किया। जुलाई में राज्य से उच्च सदन की दो सीट खाली हो रही है। आम आदमी पार्टी (आप) ने कुछ दिन पहले उन्हें अपना उम्मीदवार घोषित किया था।
एक सरकारी अधिकारी ने यहां बताया, “पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित सीचेवाल और साहनी ने कैबिनेट मंत्री हरपाल सिंह चीमा और कुलदीप सिंह धालीवाल की मौजूदगी में पंजाब विधानसभा के सचिव के समक्ष अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।” पंजाब से राज्यसभा सदस्य अंबिका सोनी (कांग्रेस) और बलविंदर सिंह भुंडर (शिरोमणि अकाली दल) का कार्यकाल चार जुलाई को समाप्त हो रहा है।
पंजाब विधानसभा में ‘आप’ के प्रचंड बहुमत को देखते हुए उसके उम्मीदवारों का निर्विरोध चुना जाना तय है। नामांकन पत्र दाखिल करने का अंतिम दिन मंगलवार है। नामांकन पत्रों की जांच एक जून को होगी, जबकि नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि तीन जून है। सीचेवाल कपूरथला जिले के सुल्तानपुर लोधी में 160 किलोमीटर लंबी काली बेईं नदी को साफ करने की कोशिश के लिए जाने जाते हैं। सिखों का मानना है कि सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव को काली बेईं में डुबकी लगाने के बाद ज्ञान की प्राप्ति हुई थी।
दिवंगत राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने भी सीचेवाल के काम की सराहना की थी। 'इको बाबा' के नाम से जाने जाने वाले, सीचेवाल को टाइम पत्रिका ने दुनिया के शीर्ष 30 'पर्यावरण के नायकों' में से एक बताया था। विक्रमजीत सिंह साहनी उद्यमी, परोपकारी और सामाजिक कार्यकर्ता हैं।
विश्व पंजाबी संगठन के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, जिसका उद्देश्य सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक बंधन को बढ़ावा देना है और यह 22 देशों में सक्रिय है। साहनी ने अफगानिस्तान के काबुल में अपने खर्च पर तीन विशेष उड़ान भेजकर 500 अफगान हिंदुओं और सिखों को निकालने में मदद की थी।
‘आप’ ने इससे पहले मार्च में पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह, पार्टी नेता राघव चड्ढा, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के संस्थापक अशोक मित्तल, आईआईटी दिल्ली के पूर्व संकाय सदस्य संदीप पाठक और उद्योगपति संजीव अरोड़ा को राज्यसभा का टिकट दिया था और वे निर्विरोध चुने गए थे।
(इनपुट एजेंसी)