PM Narendra Modi Interview: लोकसभा चुनाव 2024 के मतदान के तीन चरण सफलतापूर्वक हो चुके हैं। कुल सात चरणों में होने वाले इस चुनाव संग्राम में पक्ष-प्रतिपक्ष जमकर एक-दूसरे से जमकर मुकाबला कर रहे हैं। सत्ता के इस महासंघर्ष में पक्ष और विपक्ष अपने-अपने वादों और इरादों के साथ जीत का दावा कर रहे हैं। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 साल के लगातार दो कार्यकाल को पूरा करने बाद एक बार फिर जनता से तीसरे कार्यकाल के लिए जनादेश मांग रहे हैं।
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री मोदी ने लोकमत ग्रुप को खास इंटरव्यू दिया। लोकमत समूह के सह-प्रबंध निदेशक और संपादकीय निदेशक ऋषि दर्डा, समूह संपादक विजय बाविस्कर, मुंबई संस्करण के संपादक अतुल कुलकर्णी और लोकमत के वीडियो संपादक आशीष जाधव ने प्रधानमंत्री से कई मुद्दों पर बात की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर हुए इस बातचीत में उन्होंने चुनाव के मद्देनजर कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तार से बात की। इंटरव्यू में प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अगुवाई वाली यूपीए सरकार के 10 वर्षों के कार्यकाल पर बेहद तीखा हमला बोला।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मनमोहन काल में देश के शोषित-वंचित वर्ग की स्थिति, बैंकिंग व्यवस्था तथा अर्थव्यवस्था के प्रबंधन में कई तरह की कोताही बरती गई। कांग्रस की अगुवाई वाली उस सरकार के भ्रष्टाचार तथा नीतियों के खोखलेपन से लोग त्रस्त हो चुके थे। वहीं उसके विपरीत हमारे द्वारा किये गये 10 वर्षों के विकास कार्य आज लोगों के सामने हैं।
पीएम मोदी ने 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य पर बल देते हुए कहा कि हमें ध्यान रखना चाहिए कि 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना किसी एक व्यक्ति या किसी एक पार्टी का काम नहीं है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए करोड़ों भारतीयों ने दिल से फैसला किया है। साल 2014 के बाद से बीते 10 वर्षों में हुए विकास की बदौलत हमारा देश विकसित भारत का सपना देख पा रहा है, नहीं तो उससे पहले की स्थिति की आप सिर्फ कल्पना ही कर सकते हैं।
पीएम मोदी ने अपने कार्यकाल में हुए विकास और चुनौतियों पर एकसाथ बात करते हुए कहा कि 2014 में सत्ता परिवर्तन के बाद हमारी सरकार ने दो स्तरों पर कार शुरू किया। उन्होंने कहा, "हमने गरीबों को सक्षम बनाने के कार्य को प्रधानता दी। उनके लिए स्वच्छता अभियान शुरू किया गया। सभी घरों तक बिजली पहुंचाई गई, आर्थिक समायोजना जैसी व्यवस्था खड़ी की गई। इन सबके साथ ही देश की अर्थव्यवस्था को सक्षम बनाने के लिए नीतियों में यथायोग्य संशोधन भी किया गया।"
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, "बीते 10 वर्षों में देश के 25 करोड़ से अधिक परिवार गरीबी रेखा से ऊपर उठ चुके हैं। उनके जीवनस्तर में सुधार हुआ है। अर्थव्यवस्था के वैश्विक सूची में हम 11वें स्थान पर थे। वहां से हम अब 5वें पायदान पर हैं। हमारी सरकार द्वारा किए गए सुधारों की बदौलत उत्पादन क्षेत्र से लेकर स्टार्ट अप्स तक या इन जैसे अनेक क्षेत्रों को नवसंजीवनी मिली है। छोटे खिलौनों से चंद्रयान तथा वंदे भारत से लेकर मोबाइल, ड्रोन, विमानों के निर्माण समेत कई अन्य क्षेत्रों में अपना देश आत्मनिर्भर हो गया है।"
कोविड चुनौती के बार में विस्तार से बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "हमने शताब्दियों में आई महामारी कोविड का सामना किया। पूरे देश ने एकजुट होकर कई लोगों की जान बचाई, गरीबों की मदद की। हमने वैक्सीन (टीके) का निर्माण किया और ये वैक्सीन हमने सिर्फ अपने नागरिकों तक सीमित नहीं रखी, बल्कि विदेशों में भी भेजी। इस पूरी अवधि के दौरान विश्व के अन्य देशों की तुलना में हमने हमारी अर्थव्यवस्था को पूरी क्षमता के साथ संभाला। कोविड महामारी के बाद पूरे विश्व का भारत और भारतीयों की ओर देखने का नजरिया बदला है। अब उनमें हमारे लिए और अधिक आत्मविश्वास पैदा हुआ है।"
उन्होंने कहा, "अब यह भारत का समय है। इसीलिए मैं कहता हूं कि ‘यही समय है, सही समय है’। जीवन की रोजमर्रा की जरूरतों को प्राप्त करने के लिए पिछले अनेक दशकों तक संघर्ष करने के बाद अब अंतत: देश की 140 करोड़ जनता में अपने भविष्य को लेकर एक नई आशा जागी है और आत्मविश्वास का निर्माण हुआ है। इसीलिए विकसित भारत के सपने को लोगों ने अपने निजी सपनों से जोड़ा है। मैं जहां जाता हूं और जब इस मुद्दे पर बोलता हूं तो मुझे महसूस होता है कि लोग इस सपने से प्रेरित हो रहे हैं। मैं लोगों को ये बातें मन से सुनते हुए महसूस कर पाता हूं।"