नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें शीर्ष केंद्रीय मंत्री, सचिव और अर्थशास्त्री शामिल थे। इस बैठक में अगली पीढ़ी के सुधारों के मसौदे पर विचार-विमर्श किया गया, जो उनके स्वतंत्रता दिवस के संबोधन में की गई प्रमुख घोषणाओं में से एक थी।
इस बैठक में विभिन्न मंत्रालयों के शीर्ष नौकरशाहों और अर्थशास्त्रियों के अलावा केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण, शिवराज सिंह चौहान, पीयूष गोयल और ललन सिंह शामिल हुए।
मोदी ने बाद में सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘अगली पीढ़ी के सुधारों के खाके पर चर्चा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की। हम सभी क्षेत्रों में त्वरित सुधारों के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिससे जीवन सुगमता, व्यवसाय सुगमता और समृद्धि को बढ़ावा मिलेगा।’’
प्रधानमंत्री मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में ‘अगली पीढ़ी के सुधारों’ और जीएसटी कानूनों में संशोधन के लिए एक कार्यबल बनाने की घोषणा की थी। उन्होंने अपने 103 मिनट के भाषण का एक बड़ा हिस्सा सेमीकंडक्टर से लेकर उर्वरकों तक कई क्षेत्रों में भारत को आत्मनिर्भर बनाने पर केंद्रित किया था।
भाषा इनपुट