पटना: बिहार में स्थित बरौनी रिफाइनरी से अगले महीने से विश्वस्तरीय एविएशन टरबाइन फ्यूल (एटीएफ) यानी हवाई ईंधन का उत्पादन शुरू हो जायेगा। यह राज्य के पटना, दरभंगा और गया एयरपोर्ट की ईंधन जरूरत को पूरा करेगी। इसके साथ ही पड़ोसी देश नेपाल में भी एटीएफ की मांग को पूरा करने में मदद मिलेगी। पांच सालों से इस प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है।
बताया जाता है कि इसकी कमीशनिंग का काम भी करीब पूरा हो चुका है। इसके साथ ही उत्पादित एटीएफ को ब्रिटेन की सबसे प्रमुख लैब कंपनी को माइक्रो टेस्टिंग के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद एटीएफ का उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा। पिछले दिनों इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के चेयरमैन एसएम वैद्य ने इसे लेकर बरौनी रिफाइनरी के दौरे के दौरान समीक्षा की थी।
इंडियन ऑयल के वरीय अधिकारियों के मुताबिक एटीएफ के उत्पादन के लिए कंपनी के आरएंडडी डिवीजन द्वारा विकसित मेक इन इंडिया तकनीक का इस्तेमाल करने वाली पहली इकाई है। सूत्रों के अनुसार पेट्रोलियम और विस्फोटक सुरक्षा संगठन से इसके लिए अनापत्ति प्रमाणपत्र मिल चुका है। तकरीबन 250 केटीपीए क्षमता वाली इस यूनिट से टेस्टिंग रिपोर्ट आने के बाद उत्पादन प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
बताया जाता है कि 32 साल बाद पाइपलाइन से मोरीगांव और हल्दिया (पश्चिम बंगाल) से बरौनी रिफाइनरी में एटीएफ पहुंचने का काम शुरू हो गया है। मोरीगांव और हल्दिया से बरौनी रिफाइनरी तक इसके लिए अंडरग्राउंड पाइप बिछाया गया है। ईंधन को बरौनी रिफाइनरी में स्टॉक किया जायेगा। फिर टैंकर के जरिए पटना, दरभंगा और गया एयरपोर्ट सप्लाइ किया जाएगा।