नई दिल्ली: 5 राफेल विमान अंबाला कैंट के हवाई अड्डे पर सुरक्षित लैंड कर चुका है। इसके बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राफेल अंबाला में सुरक्षित लैंड कर गए हैं।
सैन्य इतिहास में भारत एक नया युग की शुरूआत कर रहा है। उन्होंने कहा कि मैं वायुसेना को बधाई देता हूं। मुझे विश्वास है कि 17 स्क्वॉड्रन गोल्डन ऐरो अपने लक्ष्य में कामयाब रहेगा। मुझे बहुत खुशी है कि हमारी क्षमता लगातार बढ़ रही है।
बता दें कि राफेल विमान भारत द्वारा पिछले दो दशक से अधिक समय में लड़ाकू विमानों की पहली बड़ी खरीद है। इन विमानों के आने से भारतीय वायुसेना की युद्धक क्षमता में महत्वपूर्ण रूप से बढ़ोत्तरी होने की संभावना है।
मालूम हो कि फ्रांस से अंबाला तक अपनी लंबी उड़ान के बीच ये पांचों विमान करीब सात घंटे से अधिक समय तक उड़ान भरने के बाद संयुक्त अरब अमीरात में अल दफरा एयरबेस पर उतरे थे।
पहला राफेल जेट पिछले साल अक्टूबर में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की फ्रांस यात्रा के दौरान भारतीय वायुसेना को सौंपा गया था। राफेल जेट का पहला स्क्वाड्रन अंबाला एयरबेस पर जबकि दूसरा पश्चिम बंगाल के हासिमारा बेस पर रहेगा।
भारत ने 23 सितंबर 2016 को फ्रांसीसी एरोस्पेस कंपनी दसॉल्ट एविएशन से 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदने के लिए 59,000 करोड़ रुपये का सौदा किया था।
छह राफेल प्रशिक्षु विमानों की पूंछ पर आरबी श्रृंखला की संख्या अंकित होगी। आरबी एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया के नाम के पहले और अंतिम शब्द का संक्षिप्त रूप होगा। उन्होंने इस सौदे में मुख्य वार्ताकार के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।