कोलकाताः पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर जिले के कलियागंज में कथित तौर पर बलात्कार के बाद एक नाबालिग लड़की की हत्या मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग ने स्वतः संज्ञान लिया है। महिला आयोग ने सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहे उस वीडियो पर संज्ञान लिया है जिसमें पीड़िता के शव को पश्चिम बंगाल पुलिस घसीट कर ले जाती दिख रही है।
किशोरी गुरुवार को शाम से ही लापता थी और स्थानीय लोगों को उसका शव शुक्रवार सुबह एक नहर में तैरता हुआ मिला। लड़की के मृत पाए जाने पर आक्रोशित परिजन और स्थानीय लोग प्रशासन के खिलाफ बीच सड़क शव के साथ प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान पुलिस प्रदर्शन कर रहे लोगों को तितर-बितर करने और पीड़िता के शव को लेने जाने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े।
इसी दौरान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें पुलिस स्थानीय लोगों के कब्जे से शव को घसीटते हुए वाहन की तरफ भाग रही है। वीडियो का संज्ञान लेते हुए महिला आयोग ने मामले में पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक को हस्तक्षेप करने को कहा है।
आयोग ने यह भी मांग की है कि यदि लगाए गए आरोप सही पाए जाते हैं, तो संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए। साथ ही, शव को अनुचित तरीके से घसीटने के लिए दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। आयोग ने कहा है कि 3 दिनों के भीतर कार्रवाई से अवगत कराया जाना चाहिए।
रिपोर्ट के मुताबिक, लड़की गुरुवार शाम को ट्यूशन पढ़ने के लिए घर से निकली थी। उसके परिवार के सदस्यों और स्थानीय लोगों द्वारा पूरी रात तलाश किए जाने के बावजूद उसका पता नहीं चला। उसके परिजनों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हुए स्थानीय लोगों ने उस समय पुलिस का विरोध किया जब वह टीम लड़की का शव बरामद करने के लिए पहुंची थी। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों ने सड़क पर यातायात बाधित कर दिया, टायर जलाए और पुलिस पर कथित तौर पर पथराव किया।