मुंबई: पश्चिम महाराष्ट्र के सोलापुर जिले की बार्शी तहसील में एक किसान को अपनी 512 किलो की प्याज को बेजने पर दो रूपए का मुनाफा हुआ है और उसे केवल दो रुपए का चेक दिया गया है। ऐसे में किसान की केवल दो रुपए के चेक मिलने पर उसकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है।
वहीं इस मामले में किसान के प्याज खरीदने वाले व्यापारी का कहना है कि उसके प्याज की क़्वालिटी सही नहीं थी। लेकिन जानकार कहते है कि आमतौर पर ऐसा देखा गया है कि प्याज उत्पादकों को अच्छी क़्वालिटी की प्याज का 25 और कम क्वालिटी वाली प्या 30 प्रतिशत दाम ही मिल पाता है।
वीडियो में क्या दिखा
वायरल हो रहे इस वीडियो में यह देखा गया है कि एक किसान जिसका नाम राजेंद्र तुकाराम चव्हाण है उसके प्याज के लिए उसे कितने पैसे मिले है, उसको वह बता रहा है। साथ ही वीडियो के अंत में वह चेक और पर्ची को भी दिखाता है जो उसे उसके प्याज बेचने के बाद मिले है।
दावा है कि 512 किलो प्याज बेचने के लिए राजेंद्र ने 70 किलोमीटर का सफर तय किया था और उसे बेचने के बाद जब मिली रकम से जब ट्रांसपोर्ट खर्च को कम किया गया तो राजेंद्र के पास केवल दो ही रुपए बचे थे जिसे उसे चेक के माध्यम से पेमेंट किया गया है।
क्या है पूरा मामला
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सोलापुर जिले की बार्शी तहसील का रहने वाला किसान राजेंद्र ने जब 70 किलोमीटर का सफर तय तक मंदी पहुंचा तो उसके 512 किली प्याज की कीमत केवल दो रुपए लगाई गई और रसीद बनाकर उसे इतने ही रकम का चेक दिया गया जो 15 दिन बाद बैंक से क्लियर हुआ है।
यही नहीं राजेंद्र के अनुसार, एपीएमसी व्यापारी ने उससे अलग से 509.50 रुपए के कुल रकम को भी काटा है और यह रकम लोडिंग, अनलोडिंग और ट्रांसपोर्ट खर्च के लिए चार्ज किया गया है। ऐसे में राजेंद्र के प्याज को खरीदने वाले व्यापारी का कहना है कि उसकी प्याज की क़्वालिटी अच्छी नहीं थी।
उधर राजेंद्र का कुल मुनाफा 2.49 रुपए हुआ था लेकिन उसे केवल दो रुपए ही मिले है, इस पर व्यापारी ने बताया कि ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि बैंक अपना लेनदेन राउंड फीगर में करता है।