मुंबईः महाराष्ट्र सरकार ने आशा (मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता) कार्यकर्ताओं के मासिक मानदेय में 1,500 रुपये की बढ़ोतरी की है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने शुक्रवार को विधानसभा को यह जानकारी दी। हालांकि विधायकों ने इस वृद्धि को अपर्याप्त बताया है।
सावंत ने प्रश्न काल के दौरान कहा, “पहले, आशा कार्यकर्ताओं को प्रति माह 6,500 रुपये मिलते थे। अब उन्हें आठ हजार रुपये मिलेंगे। इसके अलावा, वे जिन 56 गतिविधियों पर काम करती हैं, उनके बदले उन्हें 200-3,000 रुपये मिलते हैं।” उन्होंने कहा कि हाल के बजट में इसके लिए अतिरिक्त धनराशि का प्रावधान किया गया है।
मंत्री ने कहा कि इसके अलावा उन्हें बीमा कवर, मोबाइल बिल रिचार्ज और पेंशन भी मिलती है। विपक्ष और सत्ता पक्ष के कई सदस्यों ने कहा कि मानदेय में वृद्धि नाममात्र की है। कांग्रेस विधायक नाना पटोले ने कहा कि बढ़ोतरी अधिक होनी चाहिए, खासकर मोबाइल रिचार्ज में।
पटोले की पार्टी की सहयोगी वर्षा गायकवाड़ ने कोविड महामारी के दौरान आशा कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए अच्छे काम को देखते हुए दिवाली बोनस की मांग की। भारतीय जनता पार्टी के विधायक राहुल कुल ने भी कहा कि बढ़ोतरी कम है।
गौरतलब है कि आशा कार्यकर्ताएं लंबे समय से वेतन वृद्धि की मांग करती आ रही हैं। साल 2021 इसको लेकर राज्यव्यापी हड़ताल की थीं। आशा वर्कर्स ने तय वेतन की मांग की थी। उनका कहना था कि सरकार हमें रीढ़ कहती है लेकिन वेतनमान नहीं बढ़ाती।
भाषा इनपुट के साथ