पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) और गिलगित बाल्टिस्तान में बौद्ध धरोहर में तोड़फोड़ और उसे नुकसान पहुंचाए जाने की खबरों पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कड़ा विरोज जताया है। इसके साथ ही एमएचए ने चिंता व्यक्त करते हुए पाकिस्तान से भारतीय क्षेत्र को खाली करने के लिए कहा है।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि गिलगित बाल्तिस्तान में धार्मिक और सांस्कृतिक अधिकारों को बुरी तरह कुचला जा रहा है। इस तरह की गतिविधियां काफी निंदनीय हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि हमने पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले भारतीय क्षेत्र के 'गिलगित-बाल्टिस्तान' में स्थित अमूल्य भारतीय बौद्ध धरोहर की बर्बरता, क्षीणता और विनाश की रिपोर्ट पर अपनी मजबूत चिंता व्यक्त की है।
अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि यह गंभीर चिंता का विषय है कि बौद्ध प्रतीकों को नष्ट किया जा रहा है और पाकिस्तान के अवैध कब्जे के तहत भारतीय क्षेत्रों में धार्मिक और सांस्कृतिक अधिकारों और स्वतंत्रता के साथ छेड़छाड़ की जा रही है। उन्होंने आगे कहा कि हमने इस अमूल्य पुरातात्विक धरोहर को पुनर्स्थापित करने और संरक्षित करने के लिए इसके विशेषज्ञों के लिए इस क्षेत्र में तत्काल पहुंच की मांग की है।
बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी कट्टरपंथियों ने बौद्ध रॉक नक्काशियों के साथ छेड़छाड़ की है और प्राचीन रॉक-ऑर्ट पर पाकिस्तान का झंडा बना दिया है। इसके साथ ही उन्होंने इस पर कई नारे भी लिख दिए हैं। कई सोशल मीडिया अकाउंट पर इसकी तस्वीरें भी सामने आई हैं।
अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, "हमने एक बार फिर पाकिस्तान से कहा है कि वह इस क्षेत्र से अपने अवैध कब्जे को हटाए और लोगों के राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक अधिकारों का हनन खत्म करे।"